चम्पावत। ऋषेश्वर मंदिर लोहाघाट में मंदिर समिति और स्वामी मोहनानंद तीर्थ के बीच विवाद गहराता जा रहा है। स्वामी ने नौ अगस्त को धर्मशाला के उद्घाटन का पूरा विरोध कर दिया है। चेतावनी दी है कि अगर समिति ने जबरन उद्घाटन किया तो वह आत्मदाह कर देंगे। बीते सात दिन से स्वामी ऋषेश्वरानंद अपने गुरु स्वामी मोहनानंद के समर्थन में मंदिर में कब्जा करने के विरोध में आमरण अनशन पर बैठे हैं। धरने को समर्थन देने के लिए कई साधु संत पहुंचे हुए हैं। स्वामी ने कहा कि समिति नवनिर्मित भवन का 9 अगस्त को उद्घाटन कर रही है। जिसमें वह विधायक को बुला रही है।, जिसका विरोध किया जा रहा है। अगर जबरन उद्घाटन करने का प्रयास किया गया तो वे पैट्रोल छिड़कर आत्मदाह कर लेंगे। ऋषेश्वर प्रबंधन समिति के अध्यक्ष प्रहलाद सिंह मेहता ने कहा कि 12 गांव और नगर मंदिर समिति के लोग शांति के साथ और कोरोना गाइड लाइन के साथ तय समय पर उद्घाटन करेंगे। किसी भी अप्रिय घटना से निबटने के लिए पुलिस प्रशासन को सूचना दी जा रही है।