कल से होगा श्री सिद्धबली मंदिर महोत्सव का श्री गणेश, शहर में निकलेगी झांकी
ब्रह्म मुहूर्त में सुबह 5:00 बजे पिंडी महाभिषेक के साथ धार्मिक अनुष्ठान होगा शुरू
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : सिद्धपीठ श्री सिद्धबली मंदिर में तीन दिवसीय वार्षिक महोत्सव शुक्रवार से शुरू होगा। ब्रह्म मुहूर्त में सुबह 5:00 बजे पिंडी महाभिषेक के साथ धार्मिक अनुष्ठान शुरू होगें। मंदिर को लाइटों और फूलों से सजाया गया है। वहीं महोत्सव को देखते हुए ट्रैफिक प्लान तैयार किया गया है।
अपराह्न 3:00 बजे ढोल दमाऊं, मशकबाज और बैंड बाजों के साथ भव्य शोभायात्रा निकाली जाएगी। शोभायात्रा में तीस झांकियां नजर आएंगी। साथ ही 40 कीर्तन मंडलियां भी झांकी में शामिल रहेंगी। मंदिर समिति के अध्यक्ष डा. जेपी ध्यानी ने बताया कि शोभायात्रा बद्रीनाथ मार्ग में टाटा कामर्शियल मोटर से शुरू होकर झंडाचौक, नजीबाबाद चौक से होकर देवी मंदिर में पहुंच कर संपन्न होगी। बताया कि शोभायात्रा का शुभारंभ विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी भूषण करेंगी। बताया कि शोभायात्रा के दौरान मालवीय उद्यान, झंडाचौक, नजीबाबाद चौक व देवी मंदिर में भी कार्यक्रमों का आयोजन किया गया है।
यह रहेगा यातायात का प्लान
सिद्धबली मेले को देखते हुए यातायात व्यवस्था में भी परिवर्तन किया गया। इसके लिए बकायदा पुलिस कर्मियों को विशेष जिम्मेदारी दी गई है। प्रभारी निरीक्षक रमेश तनवार ने बताया कि नजीबाबाद से कोटद्वार की ओर आने वाले बसों को कौडिया चैक पोस्ट पर रोक दिया जाएगा। यहां से यात्री आटो से शहर के भीतर आएंगे। भारी वाहनों को बालासौड़ से देवी मंदिर, घराट से होकर डिग्री कालेज रोड से पर्वतीय क्षेत्रों में भेजा जाएगा। ग्रास्टनगंज की तरफ से कोई भी चौपहिया वाहन मंदिर की तरफ नहीं जायेगें। शहर में यातायात का अधिक दबाव होने की स्थिति में पर्वतीय क्षेत्रों से आने वाले वाहनों को डिग्री कालेज रोड की तरफ भेजा जाएगा। श्रद्धालुओं को लेकर जाने वाले सभी आटो गिवई स्रोत पुल के आगे नहीं जाएंगे। मंदिर दर्शन के लिए नजीबाबाद की ओर से आने वाले श्रद्धालुओं के वाहन डिग्री कालेज मैदान में खड़े होंगे। नजीबाबाद की ओर से कार से आने वाले श्रद्धालुओं के वाहनों को ग्रास्टनगंज के दशहरा मैदान में खड़ा किया जाएगा। सिद्धबली बैरियर के आगे पाकेट पार्किंग में श्रद्धालुओं के वाहन खड़े होंगे। मंदिर की ओर कोई भी वाहन नहीं जाएगा।
मेले में आज कल
प्रात: पांच बजे : पिंडी महाभिषेक, रूद्रीपाठ व आरती
प्रात: सात बजे : कलश यात्रा, मंदिर परिक्रमा एवं ध्वज पूजा
प्रात: आठ बजे : एकादश कुंडीय यज्ञ का शुभारंभ
सांय तीन बजे : श्री सिद्धबाबा की भव्य शोभायात्रा