बदलते मौसम में सेहत का रखें ध्यान, बढ़ रहे मरीज
सुबह-शाम ठंड व दोपहर में खिल रही धूप से बढ़ रहे सर्दी, जुकाम व बुखार के मामले
क्षेत्र के बेस चिकित्सालय के साथ ही निजी अस्पतालों में उमड़ रही मरीजों की भीड़
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : सुबह- शाम की ठंड व दोपहर के समय खिल रही तेज धूप आमजन को बीमार करने लगी है। यही कारण है कि बेस चिकित्सालय कोटद्वार में इन दिनों खांसी-जुकाम व बुखार के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ने लगी है। बदलते मौसम के बीच चिकित्सकों की ओर से लोगों को विशेष सावधान रहने की सलाह दी जा रही है। बेस चिकित्सालय में हर रोज दो से तीन सौ मरीज उपचार के लिए पहुंच रहे हैं।
पिछले एक सप्ताह से लगातार मौसम का मिजाज बदलता जा रहा है। सुबह-शाम सर्द हवा व दोपहर के समय तेज धूप खिल रही है। नतीजा बदलता मौसम आमजन की सेहत बिगाड़ने लगा है। बेस चिकित्सालय कोटद्वार की बात करें तो यहां पिछले कुछ दिन से लगातार खांसी, जुकाम व बुखार के मरीजों की संख्या बढ़ रही है। सुबह से ही पर्ची बनवाने के लिए मरीज व तीमारदारों की लंबी लाइनें नजर आ रही है। मरीज को घंटों ओपीडी के बाहर खड़े रहकर अपनी बारी का इंतजार करना पड़ रहा है। चिकित्सकों की मानें तो मौसम व तापमान में आ रहे बदलाव के कारण शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर हो जाती है। ऐसे में मरीजों को विशेष सावधान रहने की आवश्यकता है।
अस्पताल में नियमों का हो रहा उल्लंघन
भले ही बेस चिकित्सालय प्रशासन की ओर से ओपीडी में जाने से पूर्व मरीजों की आरटीपीसीआर जांच करवाई जा रही हो, लेकिन ओपीडी की पर्ची बनाते समय मरीज व तीमारदारों की भारी भीड़ उमड़ रही है। ऐसे में शरीरिक दूरी के नियमों की खुलेआम धज्जियां उड़ती नजर आ रही हैं। यदि कोई एक मरीज भी कोरोना संक्रमित हुआ तो वह कई अन्य लोगों को भी संक्रमित कर सकता है। बावजूद इसके अस्पताल प्रशासन लोगों की सुरक्षा को लेकर लापरवाह बना हुआ है।
निजी क्लीनिक व अस्पतालों में भी बढ़े मरीज
मौसम में बदालव के कारण क्षेत्र के निजी क्लीनिक व अस्पतालों में भी मरीजों की संख्या बढ़ने लगी है। हर रोज तीन से चार सौ मरीज निजी क्लीनिक व अस्पतालों मेंंउपचार के लिए पहुंच रहे हैं। सुबह से ही क्षेत्र के निजी अस्पतालों में मरीजों की भीड़ आसानी से देखी जा सकती है। कोरोना संक्रमण को देखते हुए निजी अस्पताल व क्लीनिक विशेष सावधानी बरत रहे हैं।
बुजुर्ग व बच्चों का रखें ध्यान
बदलते मौसम में सबसे अधिक खतरा बच्चों व बुजुर्गों को बना हुआ है। दरअसल, बुजुर्ग व बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता काफी कम होती है। ऐसे में चिकित्सक लोगों को अपने घर में रहने वाले बुजुर्ग व बच्चों का विशेष ध्यान रखने की सलाह दे रहे हैं। बुजुर्गों को सुबह धूप खिलने पर ही सैर पर जाने की सलाह दी जा रही है।
क्या करें, क्या न करें
– सुबह-शाम की ठंड से बचें
– गर्म कपड़े पहनकर रखें
– गर्म पानी पिएं
– बासी भोजन न खाएं
– सड़े कटे सब्जी-फलों से दूर रहें
– ठंडी चीजों का इस्तेमाल का न करें
– सर्दी-जुकाम होने पर चिकित्सक की सलाह लें
– मुंह पर मास्क लगाकर ही घर से बाहर निकलें