लगातार बढ़ रही ठंड, दिल व दिमाग का रखें ख्याल
ठंड के साथ अस्पतालों में बढ़ने लगे हार्ट व ब्रेन स्ट्रोक के मरीज
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार: लगातार बढ़ रही ठंड आपके दिल व दिमाग पर भारी पड़ सकती है। हालांकि, कुछ सावधानियां बरतने के बाद आप स्वयं को सुरक्षित रख सकते हैं। जहां तक संभव है, सुबह के वक्त बाहर निकलते से बचें। अस्थमा के मरीजों के लिए यह मौसम जानलेवा साबित हो सकता है। लगातार बढ़ रही ठंड के कारण बेस चिकित्सालय के साथ ही निजी अस्पतालों में इन दिनों हार्ट व ब्रेन स्ट्रोक के मरीज बढ़ रहे हैं। ऐसे में लोगों को अपने स्वास्थ्य के प्रति जागरूक होने की आवश्यकता है।
कोटद्वार क्षेत्र में पिछले एक सप्ताह से कोहरे व शीतलहर का प्रकोप छाया हुआ है। ऐसे में लगातार बढ़ रही ठंड दिल व दिमाग पर भारी पड़ रही है। पिछले एक सप्ताह से राजकीय बेस चिकत्सालय कोटद्वार के साथ ही निजी अस्पतालों में हृदय रोग के साथ ही अस्थमा पीड़ितों की संख्या बढ़ने लगी है। साथ ही ब्रेन स्ट्रोक के मामले भी बढ़ रहे हैं। ऐसे में चिकित्सि ठंड के मौसम में सावधानियां बरतने की सलाह दे रहे हैं। यह मौसम सबसे अधिक घातक दिल व दिमाग के मरीजों के लिए है।
ठंड में सिकुड़ जाती हैं धमनियां
ठंड बढ़ने के कारण रक्त गाढ़ा हो जाता है, जिसका सीधा असर धमनियों में रक्त प्रवाह पर पड़ता है। ऐसे में ब्लड प्रेशर बढ़ जाता है। जिससे ब्रेन स्ट्रोक खतरा पैदा हो जाता है। हृदय रोग विशेषज्ञों ने बताया कि ठंड के इस मौसम में सुबह की सैर सेहत पर भारी पड़ सकती है। बताया कि तीस वर्ष की आयु से अधिक के सभी लोगों को ठंड से बचना चाहिए।
इन बातों का रखे ध्यान
1. घर से बाहर निकलते हुए पर्याप्त कपड़े पहन कर ही निकलें।
2. संतुलित, पोषक और ताजा भोजन खाएं। नमक का सेवन कम करें।
3. अस्थमा के मरीजों के कोहरा घातक साबित होता है। अस्थमा के मरीजों को कोहरा में घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए।
4. हृदय रोगी नियमित दवा लेते रहें
5. रक्तचाप के रोगियों को भी लगातार दवा लेती रहती चाहिए।
6. ठंडी चीजों का सेवन करने से बचें।