उत्तराखंड को नशामुक्त बनाने को उठाएं ठोस कदम
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : उत्तराखंड प्रदेश नशाबंदी परिषद ने सरकार से प्रदेश को नशामुक्त बनाने के लिए ठोस कदम उठाने की मांग उठाई है। कहा कि सरकार थोड़े से लाभ के लिए बहुत बड़ा नुकसान कर रही है। युवा नशे की गिरफ्त में फंसते जा रहे हैं, जिससे आने वाली पीढ़ी बर्बाद हो रही है।
बालासौड़ में आयोजित बैठक की अध्यक्षता प्रदेश नशाबन्दी परिषद के अध्यक्ष एडवोकेट जगमोहन भारद्वाज व संचालन प्रदेश महासचिव सुरेन्द्र लाल आर्य ने किया। इस मौके पर बतौर मुख्य अतिथि वरिष्ठ अधिवक्ता हाई कोर्ट नैनीताल व आर्य प्रतिनिधि सभा उत्तराखंड के पूर्व प्रधान गोविन्द सिंह भंडारी (बागेश्वर) ने कहा कि उत्तराखंड में पूर्ण नशाबन्दी लागू होनी चाहिए। साथ ही देश में समान शिक्षा नीति लानी चाहिए। विशिष्ट अतिथि एडवोकेट दयाकृष्ण कांडपाल (अल्मोड़ा) पूर्व महामंत्री आर्य प्रतिनिधि सभा उत्तराखंड ने कहा कि नशा सभी बुराइयों की जड़ है। इससे तन, मन, धन व सामाजिकता आदि का नाश होता है व समाज में तरह-तरह की बुराइयां फैलती हैं। एडवोकेट जगमोहन भारद्वाज ने कहा कि जहां एक ओर सरकारें निरंतर नशे का विस्तार कर रही हैं, वहीं दूसरी ओर जनहितों की अनदेखी कर रही है। उन्होंने कहा कि कोटद्वार से चलने वाली मसूरी एक्सप्रेस गत दो वर्षों से बंद है, कोटद्वार से हावड़ा की बोगी भी लम्बे समय से बंद है, गढ़वाल एक्सप्रेस से परिवर्तित नाम सिद्धबली जनशताब्दी एक्सप्रेस का समय भी व्यवहारिक नही है। इस मौके पर प्रकाश कोठारी, सुरेन्द्र लाल आर्य, चक्रधर शर्मा, कुलदीप कुमार भंडारी, शूरबीर खेतवाल, अजय आर्य, विनोद आर्य, ममता भारद्वाज, बीर सिंह, अंजू भारद्वाज, नरेन्द्र सिंह बिष्ट, महेन्द्र कुमार अग्रवाल आदि मौजूद रहे।