जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : जिला उद्योग केंद्र कोटद्वार की ओर से एक दिवसीय जिला स्तरीय निर्यात प्रोत्साहन कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में उद्यमियों, कारीगरों, स्टार्टअप्स व संभावित निर्यातकों को निर्यात संबंधी प्रक्रियाओं व योजनाओं की जानकारी दी गयी। इस दौरान लोगों से अधिक से अधिक सरकारी योजनाओं का लाभ उठाने की अपील की गई।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि निदेशालय उद्योग उत्तराखण्ड के संयुक्त निदेशक डॉ. दीपक मुरारी ने कहा कि उत्तराखण्ड जैसे पर्वतीय राज्यों के स्थानीय उत्पादों की वैश्विक बाजार में अपार संभावनाएं हैं। हमारी प्राथमिकता है कि यहां के उद्यमी अंतरराष्ट्रीय व्यापार की बारीकियों को समझें और सरकार की योजनाओं का अधिकतम लाभ उठाएं। जिला उद्योग केंद्र के महाप्रबंधक सोमनाथ गर्ग ने कहा कि कोटद्वार को निर्यात हब के रूप में विकसित करना हमारा लक्ष्य है और इस दिशा में यह कार्यशाला एक महत्वपूर्ण कदम है। साथ ही उन्होंने कहा कि जिला उद्योग केन्द्र निरंतर प्रयासरत है कि स्थानीय उत्पादों को वैश्विक पहचान दिलाई जाए और अधिक से अधिक उद्यमियों को निर्यात गतिविधियों से जोड़ा जाय। कार्यशाला में भारत सरकार और राज्य सरकार के विभिन्न विभागों से आए विशेषज्ञों ने उद्यमियों को जिला निर्यात योजना, निर्यात पंजीकरण प्रक्रिया, अंतरराष्ट्रीय गुणवत्ता मानक, डिजिटल मार्केटिंग, वित्तीय सहायता, बीमा सेवाएं, एवं आयुष उत्पादों के निर्यात अवसरों जैसे विषयों पर विस्तृत जानकारी दी। कार्यशाला में लगभग 90 से अधिक उद्यमियों ने भाग लिया, जिन्हें सहभागिता प्रमाणपत्र भी प्रदान किए गए। साथ ही जनपद पौड़ी गढ़वाल की औद्योगिक प्रोफाइल पुस्तिका 2024-25 का भी विमोचन किया गया। यह प्रोफाइल नए उद्यमियों को जनपद की भौगोलिक, औद्योगिक, सांस्कृतिक और शैक्षणिक जानकारी प्रदान कर उद्योग स्थापना में सहयोग करेगी। कार्यशाला में इन्वेस्टर मित्र, निदेशालय उद्योग अभिषेक नैनवाल, उप निदेशक डीजीएफटी ए.के. भूषण, केएलए इंडिया लिमिटेड के अशोक अग्रवाल, (केएलए इंडिया लिमिटेड), मैनेजर एक्जिम बैंक मयंक मेहता और सचिव, सिडकुल निर्माता संघ विवेक चौहान सहित अन्य विशेषज्ञों ने प्रतिभाग किया।