बच्चों को बेहतर भविष्य की दी सीख
जयन्त प्रतिनिधि।
पौड़ी: करियर गाइडेंस एवं काउंसिलिंग कार्यक्रम के तहत राजकीय इण्टरमीडिएट कॉलेज जगतेश्वर में अतिथियों ने छात्र-छात्राओं को कई जानकारियां दी।
स्कूल परिसर में आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि पद्मश्री कल्याण सिंह रावत ने विभिन्न प्रकार से अपने भविष्य को संवारने की सारगर्भित जानकारी छात्र-छात्राओं को दी। उन्होंने पर्यावरण, जलवायु परिवर्तन, मैती आंदोलन पर भी विस्तृत व्याख्यान दिया। उन्होंने अपने छात्र जीवन से लेकर अब तक के कई प्रेरणादायक संस्मरण भी छात्र छात्राओं को सुना कर उनमें उत्साह एवं जोश भर दिया। भारत की ब्रह्मोस मिसाइल कार्यक्रम के महानिदेशक ओमप्रकाश सिंह राणा ने भी बच्चों को उनके करियर के बारे में टिप्स दिए। उन्होंने बच्चों को चरित्र निर्माण, व्यसनों से दूर रहने, समाज व देश सेवा के लिए तत्पर रहने की बात अपने संबोधन में कहीं। उन्होंने इंटरमीडिएट परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद संभावित सेवाओं के बारे में बच्चों को बताया व तैयारी के गुर सिखाए। इस मौके पर प्रधानाचार्य नरेंद्र सिंह नेगी ने छात्र-छात्राओं को अपना लक्ष्य निर्धारित कर आगे बढ़ते रहने का आह्वान किया। वीर चंद्र सिंह गढ़वाली औद्यानिकी एवं वानिकी विवि भरसार के वरिष्ठ कृषि वैज्ञानिक डा. तेजस भोंसले ने विवि भरसार में संचालित विभिन्न पाठ्यक्रमों, प्रवेश प्रक्रिया की जानकारी देते हुए कहा कि कृषि वानिकी एवं औद्यानिकी आने वाले समय की मांग है! छात्र-छात्राओं को स्वरोजगार से जुड़ी विभिन्न जानकारियां देते हुए कहा कि विवि यहां के क्षेत्रीय उत्पादन को विश्व स्तर तक पंहुचाने की क्षमता रखता है। विवि के ही युवा वैज्ञानिक डा. पारस ने भी विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की जानकारी देते हुए बताया कि उचित मार्गदर्शन के अभाव में कई बार प्रतिभावान छात्र छात्राएं भी अपने लक्ष्य को प्राप्त करने में सक्षम नहीं हो पाते हैं। बंगाल सैपर्स से सेवानिवृत्त पूर्व सैनिक एवं स्कूल के शिक्षक अभिभावक संघ के अध्यक्ष अमर सिंह रावत ने भी पोखरण परमाणु परीक्षण के समय के अपने संस्मरण साझा कर छात्र-छात्राओं का उत्साह वर्धन किया। इस मौके पर बाल सखा प्रकोष्ठ प्रभारी हर्षवर्धन भट्ट, शशि पंत, रजनीश सेमवाल, दिवाकर पोखरियाल, रजनी नेगी मालती रावत, अशोक खण्डूरी, अंजना, संतोषी, सुनील पंत, शमशुद्दीन, शशि बिष्ट, साजिद अली, सत्यपाल बिष्ट, विजय चौहान, संतोष सजवाण, पंकज रावत, राजेंद्र रौथाण, आशा देवी, गुड्डी देवी मनोहर रौथाण आदि शामिल थे।