जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में आयोजित 12 दिवसीय कार्यशाला के दूसरे दिन विद्यार्थियों को बांस से विभिन्न उत्पाद बनाने के गुर सिखाए गए। इस दौरान युवाओं को स्वरोजगार शुरू करने के लिए भी प्रेरित किया गया।
महाविद्यालय में उद्यमिता विकास कार्यक्रम में तहत कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है। दूसरे दिन विद्यार्थियों को बांस से उत्पाद बनाने के तीरके बताए गए। महाविद्यालय उद्यमिता केंद्र के नोडल अधिकारी डा. एसके गुप्ता ने कहा कि कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य युवाओं को स्वरोजगार के प्रति जागरूक करना है। इसके तहत युवाओं को स्वरोजगार शुरू करने के विभिन्न पहलुओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी जाएगी। द्वितीय सत्र में रिसोर्स पर्सन रश्मि सिंह ने कहा कि बांस जैसे उत्पादन इको फ्रेंडली हैं। इसके उत्पादों की बाजार में काफी मांग भी है। तृतीय एवं चतुर्थ सेशन में विद्यार्थियों को हस्तशिल्प उत्पादन जैसे लैंप, टोकरी, गिफ्ट, फैब्रिक ज्वेलरी, हेयर पिन, स्पून स्टैंड सहित अन्य विस्ताओं के निर्माण की विस्तार से जानकारी दी गई। डा. एस के गुप्ता ने विद्यार्थियों को पर्यावरण संरक्षण पर भी ध्यान देने की सीख दी। कहा कि हमें प्लास्टिक की जगह इको फ्रेंडली वस्तुओं का उपयोग करना चाहिए। बांस को जीविकोपार्जन का बेहतर साधन बनाया जा सकता है। कहा कि कोटद्वार क्षेत्र में बड़ी मात्रा में बांस होता है। महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. डीएस नेगी ने बांस से निर्मित वस्तुओं का अवलोकन किया। इस मौके पर डा. सरिता चौहान, मनीष राणा, उदय नैथानी, महिमा अग्रवाल, साक्षी चौहान, प्रेरणा रौथाण, राधिका बंसल, आंचल सुंदरियाल, शिवांगी रावत, अपेक्षा जुगरान, अंशुलेष रावत आदि मौजूद रहे।