नियमावली नहीं बनने पर टीचर एजुकेटर फोरम नाराज
बागेश्वर। प्रदेश के जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थानों में अभी तक नियमावली न बनने टीचर एडुकेटर फोरम ने नाराजगी जताई है। नाराज फोरम नेशिक्षक प्रशिक्षकों के लिए शीघ्र नियमावली बनाने की मांग की। इसे लेकर डायटों में सांकेतिक प्रदर्शन किया जाएगा। फोरम के प्रदेश अध्यक्ष ड़ प्रेम सिंह मावड़ी यहां जारी विज्ञप्ति में बताया कि 2013 में जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थानों के पृथक कैडर का शासनादेश हुआ, इसी आधार पर डायट शिक्षक प्रशिक्षकों का 90 प्रतिशत वेतन केंद्र से आहरित होता है, लेकिन नियमावली अभी तक नहीं बन पाई है। उन्होंने कहा कि मंत्री बार-बार आश्वासन दे रहे हैं, लेकिन अधिकारी अपनी मनमानी कर रहे हैं। नियमावली शीघ्र बनाने की बात सरकार, अधिकारियों द्वारा कही जा रही है, लेकिन नियमवली प्रख्यापित नहीं हो रही है। उन्होंने शीघ्र नियमावली प्रख्यापित कर नियमावली के अनुसार नियुक्तियां करने की मांग की। नियुक्ति के बजाय व्यवस्था के नाम पर पदों को भरा जाना ठीक नहीं है । राज्य सरकार एनसीटीई के मानकों को मानने के लिए बाध्य है फिर भी एनसीटीई के मानकों की अवहेलना कर मनमानी से व्यवस्था के नाम पर ऐसे पदों को भरने की प्रक्रिया गतिमान है। जो जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थानों में है ही नहीं । उन्होंने कहा कि एससीईआरटी देहरादून में कार्मिकों की येन केन प्रकारेण जमे रहने की प्रवृत्ति उत्तराखंड की शिक्षा के लिए अभिशाप बनी हुई है। अधिकारियों के अव्यवहारिक निर्देशों के कारण शिक्षक परेशान एवं उत्तराखंड में शिक्षा की स्थिति देश मे लगभग अंतिम पायदान पर आ चुकी है। नियमावली यदि शीघ्र प्रख्यापित न की गई तो फोरम निदेशालय में धरना प्रदर्शन करने को मजबूर होगा।