उत्तरकाशी में काउंसलिंग के विरोध में उतरे शिक्षक
उत्तरकाशी। शिक्षकों के अनिवार्य स्थानांतरण को लेकर उत्तरकाशी में आयोजित की गई काउंसलिंग का राजकीय प्राथमिक संवर्ग के शिक्षकों ने विरोध जताया है। शिक्षकों ने डीएम डा. मेहरबान सिंह बिष्ट को ज्ञापन सौंपकर काउंसलिंग की मजिस्ट्रेटी जांच कर निरस्त करने की मांग की है। शिक्षकों का आरोप है कि शासनादेश का उल्लंघन कर कुछ चहेतों को लाभ पहुंचाकर पूर्व में दिए गए विकल्पों के आधार पर ही विद्यालय आवंटित किए गए हैं। जो शासनादेश के विरुद्ध है। बता दें कि उत्तरकाशी में कार्यरत प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों में सेवारत शिक्षक एवं शिक्षिकाओं के अनिवार्य स्थानान्तरण के लिए सुमन सभागार उत्तरकाशी में 8 से 10 जुलाई तक काउंसलिंग आयोजित की गई। जिसमें शिक्षक उपस्थित हुए तो पूर्व में दिए गए विकल्पों के आधार पर शिक्षकों की काउंसलिंग की गई। जबकि नियमानुसार प्रत्येक अध्यापक को रिक्तियां दिखाकर स्थानांतरण चयन का अधिकार तथा न जाने वाले (दुर्गम से सुगम) अध्यापकों को यथावत रहने का विकल्प पत्र दिया जाना था। लेकिन काउंसलिंग में ऐसा नहीं किया गया। बताया कि दुर्गम से सुगम अनिवार्य स्थानान्तरण के लिए पूर्व में अध्यापकों के द्वारा विकल्प पत्र मांगे गये थे। लेकिन इसके बाद निदेशक प्रारंभिक शिक्षा ने आदेश जारी कर इस व्यवस्था को समाप्त किया और काउंसलिंग के माध्यम से विद्यालय आवंटित कर दिए हैं। लेकिन इन शासनादेशों का उल्लंघन किया जा रहा है। जिस पर शिक्षकों ने नाराजगी जताई और काउंसलिंग को स्थगित करते हुए मजिस्ट्रेट जांच कराकर आवश्यक कार्यवाही करने की मांग की है। ज्ञापन प्रेषित करने संतोष सेमवाल,बीना, प्रवीन, वीरपाल, विनोद कुमार, पंकज सिंह, मीरा परमार, प्रवीन पंवार, रीना मिश्रा,सुनील कुमार, संतोष बिष्ट, पुष्पा असवाल,शीला, रजनी,संतोष आदि शिक्षक मौजूद रहे।