उत्तराखंड

शिक्षकों ने प्रधानाचार्य भर्ती नियमावली को निरस्त करने की मांग

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चमोली : राजकीय शिक्षक संघ चमोली के शिक्षकों ने शनिवार को शिक्षा विभाग में प्रधानाचार्य पद पर विभागीय सीधी भर्ती परीक्षा का विरोध किया। उन्होंने प्रधानाचार्य भर्ती नियमावली को निरस्त करने की मांग की है। शिक्षकों ने बैठक आयोजित कर कहा अगर उनकी मांगों की अनदेखी हुई तो वे आंदोलन के लिए मजबूर होंगे। संगठन के सदस्यों ने नाराजगी जताकर कहा कि वे सभी पदों पर शत प्रतिशत पद्दोन्नति की मांग कर रहे हैं। इस संबंध में शिक्षा मंत्री, शिक्षा सचिव व निदेशक को ज्ञापन भेज चुके हैं, लेकिन कोई सकारात्मक कार्रवाई नहीं हो रही है। इसके अलावा शिक्षकों ने चयन प्रोन्नत वेतनमान स्वीकृत होने पर इंक्रीमेंट, वेतन विसंगति, चयन प्रोन्नत वेतनमान के लिए पूर्व की सेवाओं का लाभ सहित यात्रा अवकाश, प्रभारी प्रधानाचार्यों को डीडीओ का अधिकार स्थानान्तरण/पदोन्नति में काउंसलिंग एवं स्कूलों में कोटिकरण में उप श्रेणियों का निर्धारण, कला, वाणिज्य विषयों के अंकों को मुख्य परीक्षा में जोड़ने, शारीरिक शिक्षा के प्रवक्ता पदों का सृजन पर भी विचार विमर्श हुआ। मौके पर संगठन के जिलाध्यक्ष प्रदीप भंडारी, जिलामंत्री प्रकाश चौहान, बीएमएस रावत, बीरेंद्र नेगी, हरेंद्र रावत, अनिल डिडोयाल, कमलेश कुंवर, नरेंद्र सिंह, अतीश खंडूड़ी, महावीर जग्गी, भूपाल सिंह, प्रकाश सिंह, भरत सिंह, दशरथ सिंह आदि थे। (एजेंसी)

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