अल्मोड़ा। प्रधानाचार्य की सीधी भर्ती निरस्त करने, साथ ही शिक्षकों की पदोन्नति और स्थानांतरण की मांग को लेकर बुधवार को जनपद के सभी राजकीय माध्यमिक विद्यालयों के शिक्षक मुख्य शिक्षा अधिकारी कार्यालय परिसर में एकजुट होकर धरने पर बैठ गए। शिक्षकों ने नारेबाजी करते हुए सरकार और शिक्षा विभाग पर उपेक्षा का आरोप लगाया और कहा कि पदोन्नति और स्थानांतरण उनका अधिकार है, जिसे किसी भी तरह से छीना नहीं जा सकता। धरने को एजुकेशन मिनिस्ट्रीयल फेडरेशन के प्रांतीय अध्यक्ष पुष्कर भैसोड़ा, उत्तरांचल स्टेट प्राइमरी टीचर्स एसोसिएशन के जिला मंत्री जगदीश भंडारी और उत्तरांचल प्रधानाचार्य परिषद के जिलाध्यक्ष हिमांशु तिवारी ने पहुंचकर समर्थन दिया। आंदोलन में पूर्व प्रांतीय महामंत्री सोहन सिंह माजिला, मंडलीय मंत्री रवि शंकर गुसाई, पूर्व मंडलीय मंत्री कैलाश सिंह डोलिया, मंडल संरक्षक हेम जोशी, जिला अध्यक्ष भूपाल सिंह चिलवाल, जिला मंत्री राजू मेहरा, पूर्व जिला अध्यक्ष हीरा सिंह बोरा, भारतेंदु जोशी, जिला उपाध्यक्ष मदन भंडारी, जिला महिला उपाध्यक्ष मीनाक्षी जोशी, जिला संयुक्त मंत्री प्रकाश भट्ट, जिला संयुक्त मंत्री महिला राधा लसपाल नबियाल, जिला संगठन मंत्री जीवन नेगी, जिला संगठन मंत्री महिला लता वर्मा, जिला आय-व्यय निरीक्षक चंदन रावत, ब्लॉक अध्यक्ष हवालबाग गोविंद रावत, ब्लॉक मंत्री खुशहाल महर, ब्लॉक अध्यक्ष धौलादेवी त्रिभुवन बिष्ट, ब्लॉक मंत्री नितेश कांडपाल, ब्लॉक अध्यक्ष लमगड़ा गिरीश पांडे, ब्लॉक मंत्री दीपक बिष्ट, ब्लॉक अध्यक्ष ताकुला ललित तिवारी, ब्लॉक मंत्री वीरेंद्र सिजवाली, ब्लॉक अध्यक्ष भैंसियाछाना भारत जोशी, ब्लॉक मंत्री पंकज भट्ट, ब्लॉक अध्यक्ष ताड़ीखेत शिवराज बिष्ट, ब्लॉक मंत्री रमेश राम, ब्लॉक अध्यक्ष स्याल्दे मान सिंह रावत, ब्लॉक मंत्री हरीश नेगी, ब्लॉक अध्यक्ष सल्ट सुरेंद्र सिंह, मंत्री अमित यादव, ब्लॉक अध्यक्ष द्वाराहाट बिशन सिंह अधिकारी, ब्लॉक मंत्री विनोद पपने, भिकियासैंण ब्लॉक मंत्री मनोज कुमार आर्य, ब्लॉक अध्यक्ष चौखुटिया धर्मवीर सिंह, ब्लॉक मंत्री सतीश तिवारी सहित विभिन्न ब्लॉकों के पदाधिकारी और शिक्षक शामिल हुए। धरने में बृजेश डसीला, भोला दत्त पंत, हीरा सिंह डोबाल, जनार्जन तिवारी, कैलाश नयाल, ललित मोहन तिवारी, देवेश बिष्ट, ललित प्रकाश, सुरेंद्र गोस्वामी, मेघा मनराल, गौरव डालाकोटी, ममता मेहता, प्रमोद चंद्र, केसर सिंह, कृपाल सिंह, गिरीश बिष्ट सहित बड़ी संख्या में शिक्षक-शिक्षिकाएं मौजूद रहे। शिक्षकों ने चेतावनी दी कि यदि उनकी मांगें शीघ्र पूरी नहीं की गईं तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा।