देहरादून। तीन माह से वेतन नहीं मिलने पर शिक्षिकाओं ने मंगलवार को एमकेपी कालेज में मौन प्रदर्शन किया। इस दौरान उन्होंने मांग की कि जल्द उनका वेतन जारी किया जाए। साथ ही नई नियुक्तियां और पदोन्नतियां भी की जाएं। एमकेपी शिक्षक संघ की अध्यक्ष डा. ममता सिंह ने बताया कि पिछले तीन माह से शिक्षिकाओं को वेतन नहीं मिला है। जिसकी वजह मैनेजमेंट और शासन की आसपी लड़ाई है। वहीं सालों से कोई नहीं भर्ती या प्रमोशन भी राज्य के इस सबसे बड़े महिला कालेज में नहीं हुआ है। जो गंभीर चिंता का विषय है। इसके लेकर पिछले दो माह से शिक्षिकाएं और छात्राएं आंदोलन भी कर रही थीं, लेकिन कुछ नहीं हो पाया। महासचिव डा पुनीत सैनी ने कहा कि 3 महीने वेतन का रूकना आर्थिक संकट उत्पन्न करता है । कोषाध्यक्ष डा शालिनी उनियाल , संयुक्त सचिव डा अलका मोहन, उपाध्यक्ष डा नीतू त्रिपाठी ने नियुक्त न होना, स्टाफ का कम होना और फिर वेतन का रूकना मानसिक तनाव का कारण बनता है । एमकेपी की समस्त शिक्षिकाएं 19 मई से काली पट्टी बांधकर महाविद्यालय में कार्य कर अपना विरोध प्रदर्शन कर रही हैं । प्रदर्शन में डा संगीता खुल्लर, डा अर्चना शुक्ला, ज्योत्सना शर्मा, डा पुनीत सैनी, डा शालिनी उनियाल, डा ममता सिंह, डा एल्वी दास, डा मीनाक्षी शर्मा, डा अलका मोहन, डा नीतू त्रिपाठी, डा आरती सिसौदिया, पूनम सिंह शामिल हुए।