सदैव प्रासंगिक रहेंगी संत रविदास की शिक्षाएंरू श्रीमहंत ज्ञानदेव सिंह
हरिद्वार। पंजाब के जालंधर स्थित चूहड़वाली से निर्मला छावनी स्थित भगवान रविदास आश्रम पहुंची दमड़ी शोभा यात्रा का आश्रम के महंत संत निर्मलदास जोड़वाले एवं महंत पुरूषोत्तम दास के सानिध्य में श्रद्घालु भक्तों ने भव्य स्वागत किया। स्वागत के उपरांत दमड़ी शोभा यात्रा आश्रम से हरकी पैड़ी पहुंची। भव्य झांकियों व बैण्डबाजों से सुसज्जित शोभा यात्रा में बड़ी संख्या में पंजाब व अन्य राज्यों से आए श्रद्घालुजन सम्मिलित हुए। यात्रा के हरकी पैड़ी पहुंचने पर श्रद्घालुओं ने गंगा स्नान कर संत रविदास की शिक्षाओं का अनुसरण करते हुए उनके विचारों का समाज में प्रचार प्रसार करने का संकल्प लिया।
शोभायात्रा के शुभारंभ पर श्री पंचायती अखाड़ा निर्मल के अध्यक्ष श्रीमहंत ज्ञानदेव सिंह महाराज एवं कोठारी महंत जसविन्दर सिंह महाराज ने भगवान रविदास आश्रम पहुंचकर संत निर्मलदास जोड़ेवाले एवं महंत पुरूषोत्तम दास सहित आश्रम के सभी संत महंतों का फूलमाला पहनाकर स्वागत किया। इस अवसर पर श्रीमहंत ज्ञानदेव सिंह महाराज ने कहा कि संत रविदास महान समाज सुधारक, दार्शनिक एवं कवि थे। संत रविदास ने तत्कालीन समाज में व्याप्त असमानता एवं भेदभाव को दूर करने में महत्वपूर्ण दिया। उनकी शिक्षाएं व विचार सदैव प्रासंगिक रहे हैं। सभी को उनकी शिक्षाओं का अनुसरण करते हुए एक आदर्श समाज बनाने में सहयोग करना चाहिए। संत निर्मलदास जोड़ेवाले एवं महंत पुरूषोत्तम दास ने कहा कि निष्काम भक्ति का संदेश देने वाले संत रविदास ने धर्म के आधार पर भेदभाव को दूर करने के लिए जीवन पर्यन्त संघर्ष किया। उनके उपदेश और भक्ति की भावना समाज कल्याण का मार्ग दिखाते हैं। सभी को अपने आचरण में उनके उपदेशों और विचारों का धारण करना चाहिए। कोठारी महंत जसविन्दर सिंह महाराज ने कहा कि समाज में व्याप्त भेदभाव दूर करने के साथ संत रविदास ने कर्म के प्रति निष्ठा का संदेश भी दिया। संत रविदास की शिक्षाएं युगों युगों तक समाज का मार्गदर्शन करती रहेंगी। इस अवसर पर संत सरवण दास, संत बाबा निर्मल दास, संत परमजीत दास, संत इन्द्रदास, संत पाल दास, महंत प्रशोत्तम लाल, संत रमेश दास, संत धर्मपाल, महंत पुराणनाथ, महंत गुरूविन्दर सिंह, महंत महंत अमनदीप सिंह, महंत खेमसिंह सहित बड़ी संख्या में श्रद्घालुजन मौजूद रहे।