तुंगनाथ घाटी में गोवंश संरक्षण को लेकर टीम का गठन
रुद्रप्रयाग। विश्व अखाड़ा परिषद (गो रक्षा विभाग) ने तुंगनाथ घाटी में गाय और नंदी के संरक्षण को लेकर टीम का गठन किया है। गो भक्तों ने संकल्प लिया कि जल्द ही गो रक्षा धाम निर्माण को लेकर भूमि का चयन कर आगे की कार्रवाई की जाएगी। जबकि सड़कों पर घूम रहे लावारिस पशुओं को हरा चारा देने के साथ ही इनका ट्रीटमेंट भी किया जाएगा। मौके पर चोपता में ठंड के कारण हो रही मवेशियों की मौत पर दुख भी प्रकट किया गया। तुंगनाथ घाटी के मस्तूरा में आयोजित विश्व अखाड़ा परिषद (गो रक्षा विभाग) की बैठक में प्रधान उषाड़ा कुंवर सिंह बजवाल को अध्यक्ष की जिम्मेदारी दी गई, जबकि युवा मुकेश नेगी को महामंत्री चुना गया। इसके अलावा कोषाध्यक्ष दिलबर सिंह नेगी, सचिव नंदन सिंह रावत, उपाध्यक्ष पुष्कर सिंह पटवाल, मीडिया प्रभारी गजवाल सिंह भट्ट, प्रचार-प्रसार मंत्री का दायित्व मुरली सिंह नेगी, वंदना देवी, महावीर सिंह नेगी, वीरेन्द्र सिंह नेगी, मनोरमा देवी को सौंपी गई है। गो रक्षा विभाग के जिलाध्यक्ष रोहित डिमरी ने कहा कि गो वंश के संरक्षण और संवर्द्धन को लेकर विश्व अखाड़ा परिषद का गो रक्षा विभाग कार्य कर रहा है। सचिव देवेन्द्र बिष्ट ने कहा कि गाय को राष्ट्रमाता का दर्जा तभी मिल पायेगा, जब हम सभी मिलकर इनके संरक्षण और संवर्द्धन को लेकर कार्य करें। बैठक में महामंत्री विमल चौहान, सचिव देवेन्द्र बिष्ट, कोषाध्यक्ष संदीप कप्रवाण, राकेश गोस्वामी, अंकित राणा, दीपक नौटियाल, संदीप कोठारी, राहुल पटवाल, मुरली सिंह, पुष्कर सिंह पटवाल, नन्दन सिंह रावत, दिनेश नेगी, कुंवर सिंह, दिलबर सिंह नेगी, मुरली सिंह नेगी, वीरेन्द्र सिंह, गीता देवी, स्मिता देवी, अनीता देवी, उषा देवी, मीना देवी, नर्वदा देवी, गोरा देवी, आशा देवी, कल्पेश्वरी देवी, सरोज देवी, विश्वेश्वरी देवी, सरस्वती देवी, मुकेश नेगी, विशाखा देवी, गुड्डी देवी सहित अन्य मौजूद थे।