मनोचिकित्सकों की टीम कर रही आपदा प्रभावितों की काउंसलिंग
चमोली। मनोचिकित्सकों की टीम जोशीमठ आपदा प्रभावित क्षेत्रों में प्रभावित लोगों के बीच जाकर लगातार उनकी काउंसलिंग कर रही है। मनोचिकित्सक संकट की इस घड़ी में प्रभावितों को धैर्य के साथ मनोबल बनाए रखने तथा इस विपदा से उबारने का प्रयास कर रहे हैं। बता दें पिछले शनिवार और रविवार को स्वास्थ्य विभाग द्वारा जोशीमठ में लगाये गये स्वास्थ्य शिविर में भू-धंसाव प्रभावित कुछ ऐसे लोग भी आये जिनमें नींद न आने और तनाव के लक्षण मिले। शिविर में आए ऐसे नौ लोगों में इसके लक्षण मिले। मुख्य चिकित्साधिकारी डा़राजीव शर्मा ने बताया कि इनमें कुछ ऐसे भी लोग थे जो इस लक्षण के पुराने मरीज हैं। आपदा के बाद ऐसी बीमारी के लक्षण सामान्य बात है । धैर्य और मनोबल मजबूत रख कर मन मस्तिष्क पर कोई नकारात्मक सोच का प्रभाव न हो। मनोचिकित्सकों की टीम जोशीमठ प्रभावित क्षेत्रों में प्रभावित लोगों के बीच जाकर लगातार काउंसलिंग कर रही है। जिला प्रशासन द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार मनोचिकित्सकों की टीम संकट की इस घड़ी में प्रभावितों को धैर्य के साथ मनोबल बनाए रखने तथा इस विपदा से उबारने का प्रयास कर रही है।