तहसीलदार पहुंची 22 पुल, लेखपाल को नदी में भेजकर नपवाया पानी
रुद्रपुर। खटीमा में सीएम पुष्कर सिंह धामी की हार के प्रायश्चित में जलसमाधि कार्यक्रम के लिये ग्रामीणों ने जनसंपर्क अभियान तेज कर दिया है। अब तक दो गांवों से 80 लोग जलसमाधि के लिये तैयार हो चुके हैं। वहीं, ग्रामीणों के ऐलान के बाद प्रशासन ने भी एहतियाती कदम उठाने शुरू कर दिये हैं। तहसीलदार ने नहर का मुआयना करने के साथ लेखपाल को नहर में उतरवाकर पानी की गहराई की जानकारी ली। उन्होंने नहर के किनारों पर सफाई के भी निर्देश दिये। मेलाघाट, बंधा, सिसैया, बगुलिया, खेलड़िया, सिसैया के ग्रामीणों द्वारा सीएम पुष्कर सिंह धामी की हार के लिए स्वयं को जिम्मेदार मानते हुए प्रायश्चित्त के तौर पर सांकेतिक जलसमाधि लेने की घोषणा की है। तय किया है कि सात मई को पांचों गांवों के ग्रामीण 22 पुल पर शारदा नहर में कमर तक पानी में उतरेंगे। इस दौरान दो घंटे तक नहर में रहकर ग्रामीण सांकेतिक जलसमाधि लेंगे और क्षमा याचना के लिये पूजन करेंगे। मास्टर रामायण राम ने बताया कि इस कार्यक्रम में बहुत से लोग शामिल होंगे, लेकिन जलसमाधि लेने वाले लोगों की सूची अलग से तैयार की जा रही है। यह सूची उनके और प्रशासन के पास रहेगी, ताकि कितने लोग जलसमाधि लेने जा रहे हैं, इसकी जानकारी रहे। बताया कि जलसमाधि में 18 वर्ष से अधिक आयु के लोगों को ही शामिल किया जा रहा है। अब तक दो गांवों से अधिक आयु के 80 लोग अपने नाम दर्ज करवा चुके हैं। बताया कि इनमें महिलाएं भी शामिल हैं। उधर, गुरुवार को तहसीलदार शुभांगिनी ने 22 पुल पर प्रस्तावित जलसमाधि स्थल का मुआयना किया। इस दौरान उन्होंने नहर के किनारों की सफाई की व्यवस्था के निर्देश दिए और नहर में लेखपाल व एक व्यक्ति को भेजकर पानी भी नपवाया। वहीं, गांवों में जनसंपर्क करने वालों में छोटे लाल, पंचदेव, प्रभुराय, शंकर राय, लल्लन साहनी, चुम्मन साहनी, नंदलाल, बनवारी, राजेश साहनी, आल्हा, रविंद्र, रमेश, कमलेश, लेखपाल, सीताराम, दीनानाथ, लालमति, लक्ष्मीना, गीता देवी, लीला देवी, मीरा देवी, लक्ष्मी देवी, कैलाशी देवी, देवंती देवी आदि रहे।