बेटियों को बताए उनके अधिकार
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : राष्ट्रीय बालिका दिवस पर पब्लिक इंटर कॉलेज सुरखेत में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस दौरान छात्राओं को उनके अधिकारों की जानकारी दी गई।
कार्यशाला का संचालन करते हुए विद्यालय के संस्कृताचार्य प्रकाश चन्द्र कैंथोला ने बताया कि बेटियों को शिक्षित करके उन्हें जीवन के हर क्षेत्र में आगे बढ़ाने, उनकी उपलब्धियों को प्रचारित-प्रसारित करने तथा उन्हें समाज में सम्मानजनक दर्जा दिलाने के उद्देश्य से वर्ष 2008 से प्रत्येक वर्ष 24 जनवरी को राष्ट्रीय बालिका दिवस के रूप में मनाया जाता है। कार्यशाला को सम्बोधित करते हुए विद्यालय के प्रधानाचार्य पुष्कर सिंह नेगी ने कहा कि हमारी बेटियां ईश्वर द्वारा रचित सृष्टि की सबसे अनमोल रचना है। देश में बालकों की तुलना में बेटियों की कम होते लिंगानुपात में सुधार करने के लिए भारत सरकार द्वारा वर्ष 1994 में पीसी-पीएनडीटी एक्ट अर्थात गर्भधारण पूर्व और प्रसव पूर्व निदान तकनीक अधिनियम-1994 लागू किया गया। जिसके सकारात्मक परिणाम आज बेटियों की बढ़ती संख्या के रुप में दिखाई दे रहे हैं। बेटियों को शिक्षित करके उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के द्वारा 22 जनवरी 2015 को पानीपत हरियाणा से बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान की शुरुआत की गयी। छात्र-छात्राओं को लिंग संवेदीकरण (जेण्डर सेंस्टाइजेशन) की जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि यदि समाज में हमारी बेटियों , बहिनों के साथ किसी भी प्रकार का अमानवीय व्यवहार व गलत नीयत से छेड़छाड़ होती है तो ऐसे लोगों का प्रतिरोध किया जाना चाहिए तथा उनके विरुद्ध प्राधिकृत अधिकारियों से शिकायत करनी चाहिए, ताकि ऐसे अपराधियों को पोक्सो एक्ट-2012 के तहत कड़ी सजा दिलवाकर बेटियों के लिए भयमुक्त वातावरण बनाया जा सके। छात्रा कनिष्का ने बेटी को अधिकार दो, बेटे जैंसा प्यार दो व यशिका ने आज की बेटी कल की नारी, नारी ही है जननी हमारी जैंसी मार्मिक कविताएं सुनाकर समाज में बेटियों के महत्व को उजागर किया। इस अवसर पर प्रधानाचार्य पुष्कर सिंह नेगी ने उत्कृष्ट कार्य करने वाली छात्राओं को प्रमाण पत्र प्रदान करने के साथ ही विद्यालय में अध्ययनरत सभी छात्राओं को पेन भेंट करके सम्मानित करते हुए उन्हें उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं देकर राष्ट्रीय बालिका दिवस की बधाई दी। कार्यशाला में विद्यालय के शिक्षक नीरज रमोला, प्रमोद रावत के साथ ही एनएसएस के स्वयंसेवी व अन्य छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।