चमोली : भालुओं की दहशत और आतंक पहाड़ के गांवों में इस कदर बढ़ गया है कि अब गांवों में शादी विवाह जैसे शुभ कार्य दिन में करने के लिए लिए लोग मजबूर होने लगे हैं। अधिकांश शादी वन डे मेरिज समारोह में निपटाने पर लोग विवश हो रहे हैं। शाम ढलते ही भालू गांव और रास्ते में कहीं भी धमक रहे हैं। भालुओं का लगातार आबादी इलाकों में धमक के कारण ऐसा भी देखने को कतिपय स्थानों पर मिल रहा है कि शादी दिन में गांवों में तो डिनर और रिसेप्शन पार्टी निकट के बाजारों के होटलों अथवा वैडिंग प्वाइंट पर किया जा रहा है। भालुओं की धमक से चमोली जिले के अधिकांश गांवों में सांय होते ही इस कदर सन्नाटा पसरा जाता है कि कफ्र्यू की तरह स्थिति बन रही है। ग्रामीणों ने बताया सितम्बर से अभी तक लगातार गांवों में भालुओं की दहशत बनी है। पोखरी ब्लॉक के बलवीर सिंह राणा, नन्दानगर ब्लॉक के कमल सिंह नेगी, ने बताया भालुओं के आतंक का प्रभाव शादी विवाह जैसे शुभ कार्यों पर भी पड़ रहा है। लोग दिन में ही शादी समारोह करने पर विवश हैं। कई गांवों में स्थिति यह है कि शादी के लिए गांवों में दिन में बारात जा रही है। विवाह संस्कार गांव में और डिनर रिसेप्शन निकट के बाजार के होटलों और वेडिंग प्वाइंट पर आयोजित किये जा रहे हैं। (एजेंसी)