जयन्त प्रतिनिधि।
पौड़ी : पट्टी मनियारस्यूं के विभिन्न गांवों में इन दिनों अज्ञात जानवर का आतंक छाया है। अज्ञात जानवर लगातार पशुओं पर हमला कर रहा है। जिससे लोग दहशत में है। वह एक माह के अंदर एक दर्जन से अधिक दुधार गायों को अपना निवाला बना चुका है। ग्रामीणों ने कहा कि यदि वन विभाग शीघ्र अज्ञात जानवर के हमलों से निजात नहीं दिलाता है तो थनघढ़ घाटी विकास समिति का प्रतिनिधि मंडल जिलाधिकारी से वार्ता करेगा।
बीती रविवार रात की ताजा घटना थापला गांव की है। रात 10 बजे अज्ञात जानवर पूर्व प्रधान रोशन की गौशाला में छत तोड़कर घुसा। रोशलाल को अज्ञात जानवर की आहट का एहसास हुआ तो उन्होंने शोर मचाया। अज्ञात जानवर भागकर नजदीक ही दूसरे गांव अमटोला गांव चला गया। वहां उसने रात 12 बजे सुरेशी देवी की गाय को खूंटे से खोलकर दो तीन खेतों में ले गया। सुरेशी देवी ने देखा कि गाय को कोई जानवर आदमी की तरह पकड़ कर ले रहा है तो उसने गांव के लोगों को सूचना दी। गांववासी अज्ञात जानवर से गाय को छुड़ाने में कामयाब रहे, लेकिन उक्त अज्ञात जानवर ने गाय को बुरी तरह घायल कर दिया था। दो सप्ताह पूर्व भी अमटोला में उषा देवी की गाय को गौशाला के खूंटे से अज्ञात जानवर खोलकर ले गया, जिसका अभी तक पता नहीं चला। इसे पूर्व थनूल गांव निवासी बलदेव की दुधारू गाय और बुद्धि सिंह के बैल को अज्ञात जानवर ने निवाला बनाया था। बड़कोट गांव की ममता देवी की जर्सी गाय को भी अज्ञात जानवर ने अपना निवाला बनाया, जिसकी कीमत लगभग 20 हजार थी। ममता देवी का पशुधन ही एक मात्र आजीविका का जरिया है। ग्रामीणों के मुताबिक वन विभाग ने बड़कोट गांव में सीसीटीवी कैमरा लगाए थे, लेकिन अभी तक अज्ञात जानवर का पता नहीं लग पाया है। क्षेत्र के समाजिक कार्यकर्ता सज्जन सिंह नेगी ने बताया कि अज्ञात जानवर द्वारा रोज क्षेत्र में ग्रामीणों की गौशालाओं को तोड़कर दुधारू पशुओं पर निरंतर हमला किया जा रहा है। जिससे क्षेत्र के पशुपालक दहशत में है। वहीं नागदेव रेंज अधिकारी दिनेश चंद्र नौटियाल ने बताया कि अज्ञात जानवर भालू है। उन्होंने कहा कि एसडीओ वन विभाग के साथ क्षेत्र में ग्रामीणों से मुलाकात करेंगे और पशुधन में हुई क्षतिपुति के लिए उचित कार्यवाही करेंगे।