थड़िया-चौफला की प्रस्तुतियों ने मोहा दर्शकों का मन
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : मुनाल समिति की ओर से आयोजित चौंदकोट महोत्सव में थड़िया-चौफला की प्रस्तुति ने दर्शकों को मुत्रमुग्ध कर दिया। देर शाम तक ग्रामीण व प्रवासी गढ़वाली, कुमाऊंनी गीतों पर झूमते रहे। इस दौरान युवाओं से अपनी संस्कृति व सभ्यता को बचाने की भी अपील की गई।
चौंदकोट के ग्राम मालई स्थित भूमिया डांडा में तीन दिवसीय महोत्सव का आयोजन करवाया जा रहा है। दूसरे दिन के कार्यक्रम का शुभारंभ गोसेवा आयोग के अध्यक्ष पंडित राजेंद्र अण्थ्वाल व जिला पंचायत सदस्य सीमा सजवाण ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्जवलित कर किया। मुख्य अतिथि राजेंद्र अण्थ्वाल ने युवाओं से अपने संस्कृति व सभ्यता को बचाने की अपील की। कहा कि हमें एकजुट होकर अपनी सभ्यता को बचाने का प्रयास करना चाहिए। इसके उपरांत सांस्कृतिक कार्यक्रमों का शुभारंभ स्नेहा रावत, आयुशी रावत, अमीशा रावत, किरन रावत ने गणेश वंदना से किया। इसके उपरांत बच्चों ने गढ़वाल, कुमाऊंनी सहित अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी। कवि जयपाल सिंह रावत ने अपनी कविताओं के माध्यम से दर्शकों को खूब हंसाया। कार्यक्रम संयोजक विक्रम बिष्ट ने कहा कि समिति की ओर से प्रत्येक वर्ष चौंदकोट महोत्सव का आयोजन किया जाता है। महोत्सव में बड़ी संख्या में प्रवासी जन भी भाग लेते हैं। कार्यक्रम के दौरान लोक गायिका सुमा देवी व अपर सचिव प्रदीप रावत को भी सम्मानित किया गया।