सिद्धबली मंदिर में चेन स्नेचिंग का फरार आरोपी गिरफ्तार
-मामले में तीन आरोपी महिलाएं पहले हो चुकी हैं गिरफ्तार
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : गत पांच जून को सिद्धबली मंदिर में दर्शन करने वाली महिलाओं की सोने की चेन उड़ाने वाले गिरोह के एक अन्य फरार आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। इससे पहले पुलिस गिरोह की तीन महिलाओं को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है।
कोतवाली प्रभारी निरीक्षक विजय सिंह ने बताया कि गत पांच जून को रूकमणी देवी निवासी रामपुर, बकली, जनपद बिजनौर, ममता देवी निवासी मोजमपुर जैतरा, जनपद बिजनौर व रामनिवास शर्मा निवासी हिमालयन कॉलोनी, कोतवाली रोड नजीबाबाद, जनपद बिजनौर ने कोटद्वार कोतवाली में तहरीर दर्ज कराई थी। जिसमें उन्होंने बताया था कि वह यहां सिद्धबली मंदिर में दर्शन के लिए आए थे। इसी दौरान कुछ लोगों ने उनकी सोने की चेन उड़ा दी। तहरीर के आधार पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज करते हुए मामले की जांच शुरू की। जिसके बाद चेन स्नेचिंग गिरोह की सदस्य कविता उर्फ पिंकी, गुड़िया, पूजा निवासीगण इस्लामनगर नूरपुर बिजनौर को पुलिंडा तिराहे से गिरफ्तार कर लिया गया था। जबकि दो अन्य आरोपी फरार चल रहे थे। मंगलवार को पुलिस ने कोड़िया बैरियर कोटद्वार के पास से चेन स्नेचिंग गिरोह के एक अन्य सदस्य को भी गिरफ्तार कर लिया। आरोपी की पहचान अजय निवासी इस्लामनगर नूरपुर बिजनौर के रूप में हुई है। आरोपी के पास से चोरी की गई तीन चेन व एक मंगलसूत्र भी बरामद किया गया है।
इस तरह देते थे चेन स्नेचिंग की वारदात को अंजाम
पुलिस पूछताछ में आरोपी अजय ने बताया कि गिरोह में पांच से छह सदस्य शामिल होकर भीड़-भाड़ वाली जगहों को चुनते थे। इसके बाद किसी एक व्यक्ति को टारगेट के रूप में चुना जाता था। फिर गिरोह के सभी सदस्य टारगेट के आगे-पीछे व दाएं-बाएं चलने लगते थे। टारगेट को लगता था कि यह सामान्य भीड़ है और फिर गिरोह के सदस्य टारगेट से धक्का-मुक्की कर चेन व अन्य सामान झड़प लेते थे। भीड़ अधिक होने के कारण टारगेट को पता ही नहीं चलता था कि उसके साथ क्या हुआ और जब तक उसे इस बात का एहसास होता था तब तक सभी आरोपी गायब हो जाते थे। आरोपी ने बताया कि उनके गिरोह ने इस प्रकार की कई अन्य घटनाओं को भी अंजाम दिया था।