आंदोलनकारियों ने किया धरना स्थगित
जल्द चिह्नीकरण नहीं होने पर दोबारा आंदोलन की चेतावनी
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार।
राज्य आंदोलनकारियों के चिह्नीकरण की मांग को लेकर उत्तराखंड रज्य निर्माण सेनानी मोर्चा का धरना शनिवार को स्थगित हो गया। आंदोलनकारियों ने दस जनवरी तक मांगों का निस्तारण नहीं होने पर दोबारा आंदोलन की चेतावनी दी है।
शनिवार को तहसील परिसर में धरने पर डटे आंदोलनकारियों ने शासन-प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन किया। मोर्चा के अध्यक्ष महेंद्र सिंह रावत ने कहा कि सरकार की ओर से विगत सितंबर माह में शासनादेश निकाला गया था कि 31 दिसंबर 2021 तक राज्य आंदोलनकारियों के चिह्नीकरण की प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी। लेकिन पौड़ी गढ़वाल में चिह्नीकरण को लेकर अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई, जिससे राज्य आंदोलनकारियों में रोष बना हुआ था। कहा कि आंदोलनकारियों की मांग थी कि ऊधमसिंह नगर, हरिद्वार एवं देहरादून की तर्ज पर पौड़ी जिले में भी अखबार की कटिंग और शपथ पत्र के माध्यम से राज्य आंदोनकारियों का चिह्नीकरण होना चाहिए। कहा कि 31 दिसंबर को चिह्नीकरण के संबंध में उनकी जिलाधिकारी से वार्ता हुई तो उनके द्वारा आश्वासन दिया गया कि 4 एवं 10 जनवरी को चयन समिति की बैठक में 31 जनवरी 2021 तक प्राप्त आवेदनों का निस्तारण कर लिया जाएगा। इसलिए अग्रिम आदेश तक धरना प्रदर्शन स्थगित करने का निर्णय लिया गया है। कहा कि इसके बाद भी यदि समस्या पर गंभीरता से ध्यान नहीं दिया गया तो आंदोलनकारी दस जनवरी से दोबारा आंदोलन करेंगे। इस मौके पर लक्ष्मी रावत, इंदू गौड़, कमला शाह, दुर्गा काला, रीना देवी, कमल किशोर खंतवाल, चंद्र पकाश, राजकुमार गुप्ता, राकेश लखेड़ा, मुनेश्वर दत्त, मोहन लाल प्रजापति, कांता प्रसाद, हयात सिंह गुसाईं, नीरा कंडवाल, मंजू कोटनाला, लीलावती, शकुंतला डोभाल, मुन्नी देवी, राजमोहन सिंह, सुशीला जुयाल, विनोद नैथानी, गुलाब सिंह रावत, अब्बास मुन्नी कंडवाल, रणवीर सिंह, पवन गौड़ इंदु गौड, गोदांबर गौड़, लक्ष्मी रावत, कल्पेश्वरी रावत, जितेंद्र कोटनाला, अनीता रावत, सूर्य प्रकाश, चंद्र मोहन गौड़, कमला चौधरी, अर्जुन कुमार, जगमोहन सिंह रावत, बसंती रावत आदि मौजूद रहे।