जायरीनों की सुविधा के लिए मिली एंबुलेंस लंबे समय से धूल फांक रही

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रुड़की। दरगाह साबिर पाक के 756वें सालाना उर्स का आगाज मेहंदी डोरी की रस्म के साथ शुरू हो गया है। उर्स में आने वाले जायरीनों को जिला प्रशासन और दरगाह प्रबंधन की ओर से सुविधा उपलब्ध कराई जाती है। इसके चलते उत्तराखंड वक्फ बोर्ड की ओर से करीब दो साल पहले एक एम्बुलेंस दी गई थी। जिसको जायरीनों की सुविधा के लिए लगाया गया था लेकिन एम्बुलेंस साबरी गेस्ट हाउस की कैंटीन में लंबे समय से धूल फांक रही है। अगर किसी जायरीन की कलियर आने पर तबीयत बिगड़ जाती है तो उसे अपने निजी खर्च से अस्पताल जाना पड़ता है। या उर्स मेले में लगाई गई एम्बुलेंस से अस्पताल भिजवाया जाता है। वहीं, साबरी गेस्ट हाउस में खड़ी एम्बुलेंस का कोई उपयोग नहीं किया जा रहा है। वक्फ बोर्ड के सीईओ सैय्यद सिराज उस्मान ने बताया है कि जो एम्बुलेंस साबरी गेस्ट हाउस में खड़ी है उसको रिपेयर कराकर कलियर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को सौंप दिया जाएगा। दरगाह के पास कर्मचारियों का अभाव होने के कारण पीएचसी इसका उपयोग कलियर में आने वाले जायरीनों के लिए करेगा।

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