संघ का मूल उद्देश्य व्यक्ति का व्यक्तित्व निर्माण करना: शरद

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चमोली। युवाओं को जागृत किये बगैर हिंदू समाज को संगठित किया जाना संभव नहीं, युवाओं को भटकाव से रोकने के लिए आरएसएस महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। संघ को मूल उद्देश्य व्यक्ति का व्यक्तित्व निर्माण करना है। यह प्रक्रिया पूरे देश में अनवरत चल रही है। शनिवार देर शाम सविमं गैरसैंण में एक जनवरी से शुरू हुए आरएसएस के सात दिवसीय प्राथमिक प्रशिक्षण वर्ग में संघ के चमोली विभाग प्रचारक शरद कुमार ने यह बात समापन अवसर पर कही। प्रशिक्षण वर्ग में 16 से 65 वर्ग आयु के 100 से अधिक स्वयं सेवकों ने प्रशिक्षण प्राप्त किया। जिन्हें संघ के 10 स्वयं सेवकों ने शिक्षा-दीक्षा दी। इस मौके पर महावीर रावत, हिम्मत सिंह चौहान, रामप्रसाद मैठाणी, बीबी भट्ट, राकेश रतूडी, महेन्द्र कंडारी, राहुल, हिमांशु, नंद किशोर, कलम शाह, रामेश्वर सती, मदन चौधरी, नवीन रावत, जीत सिंह बुटोला आदि कई स्वयं सेवक मौजूद रहे।

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