धर्म को सबसे बड़ा खतरा वेद विरूद्ध विचारों से
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : आर्य समाज कोटद्वार में महर्षि दयानंद के 199वें जन्मदिवस के अवसर पर यज्ञ के साथ तीन दिवसीय ऋषि बोद्धोत्सव का प्रारंभ हुआ।
स्वामी महेश योगी ने बताया कि धर्म को खतरा किसी एक मत से नहीं अपितु सभी मतों में विद्यमान वेद विरुद्ध विचारों से है। महर्षि दयानंद ने जिन वैदिक सिद्धांतों की रक्षा के लिए विष पिया, उन वैदिक सिद्धांतों को हमें दृढ़ता से अपनाने का प्रयास करना चाहिए। बदांयू से पधारे आचार्य संजीव रूप ने अपने मधुर भजन के माध्यम से उपस्थित छात्राओं और श्रद्धालुओं को सदाचारी और कर्मशील बनने की प्रेरणा दी। इस अवसर पर आर्य कन्या इंटर कॉलेज के प्रबंधक आनंद प्रकाश, अनिल बत्रा, हर्ष ग्रोवर, शशि सिंघल आदि उपस्थित थे।
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कैप्शन : आर्य समाज कोटद्वार में आचार्य संजीव रूप भजन की प्रस्तुति देते हुए।