कोटद्वार-पौड़ी

गांव के विकास का खाका गांव में ही बैठकर हो तैयार

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जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : विकासखंड जयहरीखाल के ग्राम चाई में आयोजित महोत्सव के दूसरे दिन गांव के बेहतर विकास पर चर्चा की गई। वक्ताओं ने कहा कि गांव के विकास का खाका गांव में ही बैठकर तैयार किया जाना चाहिए। इस दौरान विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन किया गया।
दूसरे दिन के कार्यक्रम का शुभारंभ जिला सैनिक कल्याण एवं पुनर्वास अधिकारी ओमप्रकाश फसर्वाण ने दीप प्रज्जवलित कर किया। फस्र्वाण ने कहा कि गांव चाई आज अपनी अनूठी पहल की वजह से पूरे राज्य व देश के लिए रोल मॉडल बन गया है। उन्होंने कहा कि गांव के विकास का खाका गांव में ही बैठकर तैयार किया जाना चाहिए। स्थानीय ग्रामीणों की प्रभावी भूमिका होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि गांव स्वरोजगार व स्वावलंबन के बड़े केंद्र हो सकते हैं। विशिष्ट अतिथि एम्स ऋषिकेश के वरिष्ठ चिकित्सक डा. हरिश्चंद्र बुडाकोटी ने कहा कि पहाड़ की संस्कृति व समाज हर दृष्टि से विशिष्ट है। जिससे बाहर के लोग बहुत कुछ सीख सकते हैं। उन्होंने कहा कि ग्राम उत्सव के माध्यम से संस्कृति संरक्षण का यह प्रयोग अनूठा और सबके लिए प्रेरक है। कार्यक्रम की अध्यक्षता शंभू प्रसाद बुडाकोटी ने की। इस मौके पर जगमोहन बुडाकोटी, सच्चिदानंद बुडाकोटी, जनार्दन बुडाकोटी, डा. पद्मेश बुड़ाकोटी, देवेंद्र बुडाकोटी, महेश बुडाकोटी, संगीत बुड़ाकोटी, राजेश बुडाकोटी, शेखर बुडाकोटी, दिनेश बुडाकोटी, शिव प्रसाद बुडाकोटी, पंकज बुड़ाकोटी, कुलदीप, विकास, अमन, सुमन संतोष, दिवाकर, दीपक बुडाकोटी, अनिल बुडाकोटी, जयंती प्रसाद बुडाकोटी, सुरेश बुडाकोटी सहित बड़ी संख्या में ग्रामवासी एवं क्षेत्रवासी उपस्थित थे। समारोह का संचालन ललन कुमार बुडाकोटी ने किया।

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