‘राहुल गांधी से डरती है केंद्र सरकार’: भूपेश बघेल बोले- वो तो मोहब्बत की दुकान खोलने जा रहे थे मणिपुर
दुर्ग, एजेंसी। मणिपुर दौरे पर जा रहे कांग्रेस सांसद राहुल गांधी को रास्ते में रोकने पर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भाजपा पर निशाना साधा है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि, केंद्र सरकार राहुल गांधी
से डरती है। मोदी जी और शाह को उनसे डर लगता है, क्योंकि राहुल गांधी सच के रास्ते पर चलते हैं। उन्होंने कहा कि, राहुल गांधी नफरत के बाजार में मोहब्बत की दुकान खोलने के लिए जा रहे थे, लेकिन रास्ते
में उन्हें रोक लिया गया। सीएम बघेल गुरुवार को ‘बूथ चलो अभियान’ के तहत दुर्ग जिले के दौरे पर थे।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि, पिछले दो महीने से मणिपुर हिंसा की आग में जल रहा है। लगातार हत्याएं हो रही हैं। जान माल का नुकसान हो रहा है। भाजपा की डबल इंजन की सरकार है, लेकिन सुध लेने
वाला कोई नहीं है। ऐसे समय में जब लोग दुखी हैं, डरे हुए हैं, तब राहुल गांधी वहां जा रहे हैं तो उनके काफिले को रोका जाना उचित नहीं है। राहुल गांधी से सरकार को क्या खतरा हो सकता है। वह एक नागरिक
की हैसियत से जा रहे थे और एक सामान्य नागरिक से सरकार को परेशानी नहीं होनी चाहिए।
सीएम भूपेश बघेल ने टीएस सिंहदेव को उप मुख्यमंत्री बनाए जाने पर उन्हें बधाई दी। सीएम ने कहा कि, बाबा हमारे वरिष्ठ साथी हैं। हाईकमान का निर्देश हुआ है। इससे निश्चित रूप से कांग्रेस और सरकार को
मजबूती मिलेगी। उन्होंने बताया कि, कल कांग्रेस के केंद्रीय अध्यक्ष मलिकार्जुन खरगे की अध्यक्षता में बैठक हुई थी। जिसमें खरगे और राहुल गांधी ने आगामी चुनाव के लिए सबको साथ लेकर चलने और दोबारा
सरकार बनाने की बात कही। बूथ को मजबूत करना जरूरी है। और नई ऊर्जा के साथ हम पूरे प्रदेश में चुनाव लड़ेंगे।
छत्तीसगढ़ में साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस पूरी तरह से एक्शन मोड पर है। इसी कड़ी में माइक्रो बूथ मैनेजमेंट के तहत दुर्ग संभाग से बूथ चलो अभियान की शुरुआत की गई।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने उतई में आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुए और कार्यकर्ताओं से सीधा संवाद किया। उन्होंने कार्यकर्ताओं को चुनावी टिप्स दिए और अभियान की महत्ता समझाई। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने
कहा कि पूरे प्रदेश में बूथ चलो अभियान कार्यक्रम चलाया जा रहा है।
वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने बताया कि अबतक मूल्य निर्धारण के मुद्दे पर बातचीत शुरू नहीं हुई है क्योंकि रक्षा अधिग्रहण परिषद ने 31 एमक्यू-9बी प्रीडेटर यूएवी ड्रोन खरीदने के समझौते को मंजूरी दी थी। साथ ही
उन्होंने कहा कि कीमत का मुद्दा इसका हिस्सा नहीं है। हालांकि अमेरिकी सरकार द्वारा बनाए गए ड्रोन की अनुमानित लागत 3072 मिलियन यूएस डॉलर है।