विकासनगर)। पछुवादून में यमुना और टौंस के उफान पर आने से तटवर्ती बस्तियों पर खतरा मंडराने लगा है। वजह उफान के कारण तटों पर कटान शुरू हो गया है। हालांकि बीते 24 घंटे से जलस्तर स्थिर बना हुआ है, लेकिन तटों को छूती लहरें अभी भी लोगों में दहशत का कारण बनी हुई है। बीते एक सप्ताह से यमुना और टौंस नदी में पानी का उतरा चढ़ाव जारी है। जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अनुसार शुक्रवार को यमुना का जलस्तर खतरे के निशान 455.37 मीटर पर बही है, जो खतरे का निशान भी है। हालांकि टौंस का जल स्तर 643.30 मीटर है, जबकि खतरे का निशान 644.75 मीटर पर है। लहरों के उतार चढ़ाव को देखते हुए तटवर्ती बस्तियों के लोग अभी भी घबराए हुए हैं। लोगों की घबराहट का कारण यमुना और टौंस के ऊपरी कैचमेंट एरिया में लगातार हो रही बारिश भी है। प्रशासन की ओर से लगातार सतर्कता बरतने के निर्देश जारी किए जा रहे हैं, लेकिन लोग फिलहाल अपने आशियाने छोड़कर जाने का तैयार नहीं हैं। लिहाजा प्रशासन ने भी बचाव के इंतजाम किए हुए हैं। हालांकि अभी यमुना का जल स्तर खतरे के निशान पर ही स्थिर बना हुआ है, जबकि टौंस का जल स्तर खतरे के निशान से कुछ नीचे है। हालांकि अभी इससे अधिक खतरा नहीं है, लेकिन तटवर्ती क्षेत्र के डुमेट बस्ती, ढकरानी गांव की निचली बस्ती, बाड़वाला में यमुना किनारे की बस्ती में कई घर ऐसे हैं जो लहरों से कुछ ही दूरी पर हैं। इन बस्तियों के लोगों की धड़कने बढ़ने लगी हैं। प्रशासन की ओर से पहले ही यहां के लोगों को सतर्क कर दिया गया है। जल स्तर बढ़ा तो आगे कुछ दिनो में खतरा जरूर बढ़ सकता है।