भुलाया नहीं जा सकता शहीदों का योगदान: डॉ.हरक
वन एवं पर्यावरण मंत्री ने किया शहीदों के परिजनों को सम्मानित
जिला सैनिक कल्याण एवं पुनर्वास कार्यालय लैंसडौन की ओर से आयोजित किया गया कार्यक्रम
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। वन एवं पर्यावरण मंत्री डॉ.हरक सिंह रावत ने कहा कि देश की रक्षा में अपने प्राणों का बलिदान देने वाले वीर सैनिकों का योगदान कभी भुलाया नहीं जा सकता। केंद्र व प्रदेश की भाजपा सरकार शहीदों के परिजनों के साथ खड़ी है। इस दौरान उन्होंने दुगड्डा ब्लॉक के पचास शहीदों के परिजनों को सम्मानित किया।
बुधवार को जिला सैनिक कल्याण एवं पुनर्वास कार्यालय लैंसडौन की ओर से प्रेक्षागृह में कार्यक्रम का आयोजन किया किया गया। मुख्य अतिथि वन एवं पर्यावरण मंत्री डॉ.हरक सिंह रावत ने कहा कि राज्य सरकार सैनिकों को सम्मान देने के लिए कोई कमी नहीं छोड़ेगी, शहीदों के परिजनों को सम्मान देने के उद्देश्य से पूरे प्रदेश में जगह-जगह सैनिक सम्मान समारोह आयोजित किए जा रहे है। कहा कि देहरादून में देश का विशाल शहीद स्मारक बन रहा है। स्मारक निर्माण में शहीद के गांव से उनके आंगन की मिट्टी लाई जा रही है। कहा कि इससे हमारी आने वाली पीढ़ियां जब शहीद स्मारक को देखेंगी तब उन वीर शहीद सैनिकों को उनके परिवारजनों को और गांव को याद करेगी। कहा कि गांव के आंगन में यह वीर सैनिक खेले, बड़े हुए थे और देश की रक्षा के लिए अपना सर्वोच्च बलिदान कर दिया। यह स्मारक हमारे वीर सैनिकों की महान शहादत को हमेशा याद दिलाने का काम करेगा। कहा कि हमारे वीर सैनिकों ने हमारे भविष्य के लिए अपने प्राणों की आहुति दे दी, जिससे यह देश आज अखंडता के साथ खड़े होकर विश्व गुरु बनने निकला है। कहा कि किसी भी शहीद परिवार और किसी भी सैनिक परिवार को किसी प्रकार का कोई दुख तकलीफ ना हो और उसके लिए राज्य सरकार द्वारा निरंतर प्रयास किये जा रहे हैं। कार्यक्रम में जिला सैनिक कल्याण एवं पुनर्वास अधिकारी सेवानिवृत्त कर्नल ओम प्रकाश फरसवान, जिला सैनिक कल्याण एवं पुनर्वास सहायक कल्याण अधिकारी बलूनी सहित मुन्नालाल मिश्रा, गजेंद्र मोहन धस्माना, रामकुमार अग्रवाल ,ताजवर सिंह बिष्ट ,दौलत सिंह रावत ,रश्मि सिंह, रेनू कोटनाला ,बृजपाल सिंह, हरिराज सिंह चौहान ,रानी नेगी ,आशा बलूनी ,राकेश मित्तल, धर्मवीर सिंह गुसाईं आदि उपस्थित रहे