प्रेमिका की हत्या कर शव जंगल में जलाया, दो माह बाद हुआ खुलासा
देहरादून। राजपुर थाना क्षेत्र में प्रेमी ने अपनी प्रेमिका की हत्या कर शव खुद जंगल में ले जाकर जला दिया। दो महीनों तक जब युवती ने अपने घर पर बात नहीं की तो तब स्वजनों को शक हुआ। स्वजनों ने जब आरोपित से पूछताछ की तो उसने कहा कि युवती की छत से गिरकर मौत हो गई थी, बाद में उसने खुद उसका अंतिम संस्कार कर दिया। राजपुर थाना पुलिस ने आरोपित के खिलाफ हत्या व साक्ष्य छुपाने का मुकदमा दर्ज कर लिया है।
लड़की के पिता ने लगाए थे आरोप: 25 जून को देहरादून नगर कोतवाली में क्वार्टर नम्बर 04-2 छोरा अस्पताल , बहला पुलिस स्टेशन अंडाल वर्थमन, पश्चिम बंगाल निवासी हलधर मुखर्जी ने एक शिकायती प्रार्थना दिया। इसमें कहा गया था कि उनकी बेटी निवेदिता मुखर्जी पहले दिल्ली में नौकरी करती थी और बाद में वह जाखन देहरादून आ गई । निवेदिता मुखर्जी अक्टूबर 2020 में अंकित कुमार के सम्पर्क में आयी। वह देहरादून में चुक्खू मोहल्ला नेशविला रोड देहरादून में निशा गहलोत के यहां पेइंग गेस्ट हाउस में रहती थी। अंकित चौधरी पुत्र जगपाल चौधरी निवासी फन्दपुरी , सहारनपुर उत्तर प्रदेश का रहने वाला है। वह देहरादून में मैटेरियल सप्लाई व ऑनलाईन नौकरी का कार्य करता है। बताया कि अंकित कुमार के साथ उनकी बेटी के प्रेम संबंध थे। वह उससे शादी करना चाहती थी। वह लगातार अंकित कुमार के संपर्क में थी। निवेदिता की उसकी माता से अंतिम बार 28 अप्रैल 2021 को मोबाइल से बात हुई थी। उसके बाद से कोई संपर्क नहीं हो पा रहा है।
उन्होंने बताया कि इतने लंबे समय तक कोई संपर्क स्थापित न होने की स्थिति में परिवार के सारे लोग परेशान थे। उससे लगातार संपर्क का प्रयास किया जा रहा था। काफी प्रयास करने के बाद अंकित कुमार से फेसबुक पर संपर्क हुआ। जब उससे निवेदिता के संबंध में जानकारी मांगी तो उसने बताया कि उसकी मृत्यु हो चुकी है। अंकित ने बताया कि निवेदिता को सिर में दर्द रहता था तथा वह तनाव में थी। एक दिन अचानक वह फ्लैट से गिर गई और उसकी मृत्यु हो गयी। जब अंकित से पूछा कि इस घटना के बाद उन्हें और पुलिस को त्वरित सूचना क्यो नहीं दी और पोस्टमार्टम भी क्यो नही करवाया। तो अंकित ने बताया कि निवेदिता की मृत्यु की घटना के बाद वह बहुत डर गया था। इसलिए पुलिस और परिवार को सूचना नहीं दी। अंकित ने यह भी बताया कि उसने निवेदिता की मृत्यु के बाद स्वयं ही उसका अन्तिम संस्कार कर दिया।
रिपोर्ट में कहा गया कि उनकी बेटी निवेदिता मुखर्जी चक्खु मोहल्ला देहरादून में पेइंग गेस्ट के रूप मे रह रही थी। वहां से जनवरी 2021 में अंकित कुमार स्वयं को उसका पति बताकर उसे अपने साथ लेकर चला गया था। अंकित ने पुराने पेइंग गेस्ट से रिलीज कराने के बाद निवेदिता को दूसरे पेइंग गेस्ट शिफ्ट कर दिया था। इसकी उन्हें जानकारी नही है। उन्होंने पुलिस से मौत की वास्तविक घटना की जांच करने की मांग की।
अंकित ने किया ये खुलासा: घटना की संवेदनशीलता को देखते हुए क्षेत्राधिकारी नगर व क्षेत्राधिकारी डालनवाला के कुशल नेतृत्व में पुलिस टीम को अंकित कुमार चौधरी पुत्र जगपाल निवासी फन्दपुरी, थाना नकुड़, जिला सहारनपुर, उत्तर प्रदेश को हिरासत में लिया और देहरादून लाया गया। अंकित कुमार से ने बताया कि वह और निवेदिता लगभग 8 महीने से एक दूसरे को जानते थे। तथा शादी करना चाहते थे। पहले निवेदिता मुखर्जी उपरोक्त चुक्खूवाला में चकराता रोड के पास रहती थी, जो 24 अप्रैल 2021 को उसके पास फ्लैट न०-306 रायल होम स्टे ढ्ढरूस् कालेज के पास राजपुर रोड देहरादून रहने के लिये आ गयी थी।
ये बताया घटनाक्रम: उसने बताया कि 28 अप्रैल 2021 की रात्रि 12.00 बजे के आस -पास वह बालकॉनी की ग्रिल पर बैठी थी। अचानक नीचे गिर गई। जब वह दौड़कर नीचे गया तो देखा कि निवेदिता का एक हाथ टूट गया था तथा उसके सिर में चोट लगी थी। नाक से खून बह रहा था। कुछ देर बाद निवेदिता मुखर्जी की सांसे बन्द हो गयी और उसकी मौत हो चुकी थी। इसे देखकर वह घबरा गया। उसके शव को उसने गाड़ी की डिग्गी में रखा। इसके बाद फ्लैट के नीचे चल रहे निर्माण कार्य वाले स्थल से कुछ लकड़ियां अपनी गाड़ी की डिक्की में भर ली। शव को मसूरी की तरफ काफी दूर ले गया। मसूरी रोड पर एक सुनसान स्थान पर उसने गाड़ी से पेट्रोल निकाल कर निवेदिता के शव को जला दिया। शव खाई में फेंक दिया। उसके बाद वह वापस देहरादून से सहारनपुर अपने गांव चला गया।
शव और सामान किया बरामद : इसके बाद पुलिस अंकित कुमार चौधरी को लेकर थाना राजपुर ले गई। लड़की के पिता की तहरीर के आधार पर उसके धारा 302/201 में मुकदमा दर्ज किया गया। अंकित कुमार के कब्जे से निवेदिता मुखर्जी के दो मोबाईल, आइ़डी कार्ड बरामद किए गए। पुलिस टीम ने अंकित कुमार की निशानदेही पर निवेदिता मुखर्जी का शव मसूरी किमाड़ी मार्ग पर खाई से सड़ी गली अवस्था में बरामद किया।