प्रधान संगठन ने की डुंडा बीडीओ के स्थानांतरण की मांग
उत्तरकाशी। खंड विकास अधिकारी डुंडा की कथित मनमानी के चलते प्रभावित हो रहे ग्राम पंचायत के कार्यों पर स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने कड़ी नाराजगी व्यक्त की है। क्षेत्र के प्रधानों, क्षेत्र पंचायत सदस्यों ने कलक्ट्रेट कार्यालय में धरना प्रदर्शन किया। वहीं जिलाधिकारी को ज्ञापन प्रेषित कर शीघ्र ही बीडीओ के स्थानांतरण की मांग की। प्रधान संगठन के जिलाध्यक्ष प्रताप रावत के नेतृत्व में डुंडा ब्लॉक के दर्जनों प्रधान कलक्ट्रेट कार्यालय पहुंचे। जहां पर सभी प्रधानों ने एक दिवसीय धरना प्रदर्शन कर डीएम को ज्ञापन प्रेषित किया। जिसमें प्रधानों ने बताया कि बीडीओ डुंडा ज्योति प्रसाद की ओर से रोजगार सेवक और मनरेगा जेई को सुविधानुसार नियमों के विपरीत स्थानांतरण किया जा रहा है। जिसके चलते ग्राम पंचायत के विकास कार्य प्रभावित हो रहे हैं। कहा कि कमीश्न फिट करने के लिए डुंडा ब्लॉक में हर छह माह के अंदर मनरेगा सहायकों और अवर अभियंताओं की अदला बदली की जा रही है। गत दिवस बीडीओ ने मनरेगा सहायकों के स्थानांतरण किए। जिसमें एक ग्राम पंचायत में दो-दो मनरेगा सहायक नियुक्त किए हैं जो कि नियमों के विपरीत है। कहा कि गत छह माह पूर्व तत्कालीन प्रभारी मंत्री धन सिंह रावत से पंचायत प्रतिनिधियों की शिकायत की थी, जिस पर प्रभारी मंत्री ने बीडीओ को कनिष्ठ अभियंताओं को यमुना घाटी ब्लॉक मुख्यालयों में स्थानांतरित करने के आदेश दिए थे। स्थानांतरण होने के बाद जब स्थिति पटरी पर लौटने लगी और विधिवत कार्य संचालित होने लगा, तभी एक बार फिर बीडीओ स्थानांतरण कर रहे हैं। जिससे ग्राम पंचायतों के विकास कार्य प्रभावित हो रहे हैं। जिस पर प्रधानो ने नाराजगी व्यक्त की और शीघ्र ही बीडीओ डुंडा को हटाने की मांग की। प्रधानो की समस्याओं को गंभीरता से लेते डीएम मयूर दीक्षित ने उचित कार्यवाही का आश्वासन दिया। जिसके बाद प्रधानो ने धरना समाप्त किया। इस मौके पर बबीता जोशी, सुनिता नेगी, बृजपाल राजवार, महेंद्रपाल परमार, राममोहन उनियाल, नरेंद्र चौहान, अनवीर, श्यालिकराम भट्ट, धर्मवीर पंवार, राजेश राणा आदि मौजूद थे।