श्रद्घालुओं ने मां के प्रथम स्वरूप मां शैलपुत्री का पूजन किया
काशीपुर। शारदीय नवरात्र का शुभारंभ मां शैलपुत्री की आराधना के साथ हो गया है। क्षेत्र के विभिन्न देवी मंदिरों में बड़ी संख्या में पहुंचे श्रद्घालुओं ने मां के प्रथम स्वरूप मां शैलपुत्री का पूजन किया। इस बीच मंदिरों में सोशल डिस्टेंसिंग का मिलाजुला असर रहा। गुरुवार को नगर क्षेत्र स्थित मां मंशा देवी शक्तिपीठ मंदिर, मां चामुंडा देवी शक्तिपीठ मंदिर, मां बाल सुंदरी देवी मंदिर, मां शीतला देवी चौराहे वाली माता मंदिर, मां गायत्री देवी मंदिर, मां नवदुर्गा मंदिर और मां काली देवी मंदिर में सुबह से ही मां के भक्त अपनी-अपनी बारी आने की प्रतीक्षा करते दिखे। मंदिरों में मां के जयकारों से माहौल भक्तिमय हो उठा। शारदीय नवरात्रों के लिए मंदिरों में विशेष सजावट की गई है। वहीं, भक्तों में भी मां के प्रथम स्वरूप के रूप में मां शैलपुत्री की पूजा अर्चना करने का उत्साह दिखा। मां शीतला देवी मंदिर के मुख्य पुजारी पंडा संदीप शर्मा ने नवरात्र के महत्व को बताया। साथ ही उन्होंने कहा मंदिर में श्रद्घालुओं से कोरोना की गाइड लाइन के मुताबिक पूजा-अर्चना करने को प्रेरित किया जा रहा है। उन्होंने कहा मां शीतला देवी नगर कोट देवी, चौराहे पर देवी के रूप में भी पूजी जाती हैं। कहा मां के दरबार में जो भी भक्त मां से अपनी मन्नत और मनोकामना मांगता है वह जरूर पूरी होती है। उधर, घरों में भी श्रद्घालुओं ने नवरात्र पर विशेष रूप से दरबार सजाकर शुभ मुहूर्त में घट स्थापित कर अखंड ज्योत प्रज्ज्वलित की। श्रद्घालुओं द्वारा मां भगवती की आराधना का यह क्रम 14 अक्तूबर तक चलेगा।