अंधविश्वास का घिनौना चेहरा : मां ने दी अपनी ही बेटी की बलि, सीना चीरकर निकाला दिल; फिर वहीं दफन कर दी लाश
पलामू , झारखंड के पलामू जिले से एक बेहद ही दर्दनाक और हैरान करने वाली खबर सामने आई है। यहां एक मां ने अंधविश्वास के चक्कर में अपनी डेढ़ साल की मासूम बेटी की बलि दे दी। इस घटना ने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी है। घटना पलामू के हुसैनाबाद थाना क्षेत्र के खरारपर गांव की है। आरोपी मां का नाम गीता देवी है और मृतक बच्ची का नाम परी कुमारी है। पुलिस के अनुसार, गीता देवी ने सिद्धि प्राप्त करने के लिए अपनी बेटी का सीना चीरकर दिल निकाला और फिर तंत्र पूजा की। इसके बाद उसने बच्ची की लाश को वहीं दफन कर दिया।
घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस ने मौके पर पहुंचकर आरोपी महिला को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में महिला ने बताया कि वह आर्थिक तंगी से परेशान थी और किसी ने उसे बताया था कि तंत्र-मंत्र के जरिए वह अपनी आर्थिक स्थिति सुधार सकती है। इसी अंधविश्वास के चक्कर में उसने यह जघन्य अपराध किया। आरोपी महिला का पति अरुण राम दिल्ली में नौकरी करता है। उसे भी इस घटना की सूचना दे दी गई है। महिला की सास कौशल्या देवी ने इस मामले में पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है।
इस घटना ने पूरे गांव में सनसनी फैला दी है। स्थानीय लोग इस घटना से बेहद आक्रोशित हैं और आरोपी महिला को कड़ी सजा देने की मांग कर रहे हैं। यह घटना एक बार फिर अंधविश्वास के खतरों को उजागर करती है। अंधविश्वास के नाम पर कई बार लोग ऐसे जघन्य अपराध कर बैठते हैं, जिसका खामियाजा निर्दोष लोगों को भुगतना पड़ता है। पुलिस इस मामले की गहनता से जांच कर रही है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि आरोपी महिला के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। यह घटना एक बार फिर हमें सचेत करती है कि हमें अंधविश्वास से दूर रहना चाहिए और तार्किक सोच अपनानी चाहिए।
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