उत्तरकाशी()। विश्व प्रसिद्ध गंगोत्री धाम के कपाट बुधवार को अन्नकूट के पावन पर्व पर सुबह 11:36 बजे शीतकाल के लिए बंद किए जाएंगे। जबकि यमुनोत्री धाम के कपाट अगले दिन 23 अक्तूबर को भैयादूज के अवसर पर बंद होंगे। श्री पांच गंगोत्री मंदिर समिति व तीर्थ पुरोहितों ने गंगोत्री धाम के कपाट बंद होने की तैयारी शुरू कर दी है। बुधवार को गंगोत्री धाम के कपाट अन्नकूट पर्व पर अभिजीत मुहूर्त में सुबह 11 बजकर 36 मिनट पर श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ बंद किए जाएंगे। उसके बाद मां गंगा की विग्रह डोली भोगमूर्ति, आर्मी बैंड और स्थानीय वाद्य यंत्रों के साथ शीतकालीन प्रवास मुखबा गांव के लिए रवाना होगी। डोली रात्रि विश्राम मुखबा गांव से करीब दो किमी पहले मार्कडेंय मंदिर में करेगी और अगले दिन 23 अक्तूबर के मुखबा गांव पहुंचेगी। जहां आगामी शीतकाल के 6 माह तक श्रद्धालु मां गंगा के दर्शन कर पायेंगे।
वहीं दूसरी ओर यमुनोत्री धाम के कपाट भैया दूज पर्व पर गुरुवार 23 अक्टूबर को विधि-विधान धन लग्न अमृत बेला पर दोपहर 12 बजकर 30 मिनट पर शीतकाल के लिए बंद किए जाएंगे। इसके बाद अगले 6 माह शीतकाल में मां यमुना के दर्शन उनके मायके खरसाली गांव में स्थित यमुना मंदिर में होंगे। कपाट बंद होने से पूर्व गुरुवार सुबह मां यमुना के भाई सोमेश्वर महाराज शनिदेव की डोली यमुनोत्री धाम अपनी बहन को लेने के लिए रवाना होगी। गंगोत्री, यमुनोत्री धाम पहुंचे 14 लाख से अधिक श्रद्धालु उत्तरकाशी(आरएनएस)। गत 30 अप्रैल को गंगोत्री, यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने के साथ शुरू हुई चारधाम यात्रा में अब तक 14 लाख से अधिक तीर्थयात्री रदर्शन कर चुके हैं। यहां गंगोत्री धाम में 7,57,010 तथा यमुनोत्री धाम में 6,44,208 तीर्थ यात्री धामों के दर्शन को पहुंचे हैं।