भगवान रुद्रनाथ मंदिर के कपाट खुले
चमोली। विश्व में भगवान शिव के एकानन स्वरूप में पूजित भगवान रुद्रनाथ के कपाट बुधवार को विधि विधान के साथ खुल गये हैं। इस अवसर पर सैकड़ों शिव भक्तों ने भगवान के दर्शन किए। 10 हजार फिट की ऊंचाई पर स्थित रुद्रनाथ मंदिर हर हर भोले, जय जय भोले के जयकारों से गूंज उठा ।
प्रात:रू 4 बजे से कपाट खुलने के पूर्व की प्रक्रियाएं आरंभ हुयी।5 बजे ब्रह्म वेला पर पुजारी हरीश भट्ट ने भगवान के गुफा मंदिर के मंत्रोच्चार के साथ कपाट खोले । भगवान रुद्रनाथ के विग्रह से शीतकाल के लिए कपाट बंद होते समय भगवान को ध्यानस्थ करते हुए जिन हिमालयी फूलों, औषधियों को रखा गया था उन्हें भगवान के विगृह से उतारा गया। इसके बाद भगवान का स्वर्गद्वारी के जल से अभिषेक किया गया।श्रृंगार के बार रुद्राभिषेक और रुद्री पाठ किया गया। भगवान के गुफा मंदिर को फूलों से सजाया गया। इस पर अवसर पर भक्तों ने भंडारे का आयोजन किया।
रुद्रनाथ के पुजारी पंडित हरीश भट्ट ने बताया उत्तराखंड में भगवान शिव के पंच केदार हैं, जहां भोलेनाथ के पांच रूपों में दर्शन होते हैं। रुद्रनाथ में भगवान भोलेनाथ के मुखारविंद के दर्शन होते हैं। रुद्रनाथ में भगवान गुफा मंदिर में विराजमान हैं। 22 किमी की चढ़ाई चढ़ कर श्रद्घालु इस कैलाश में बुग्यालों के बीच गुफा के अन्दर भगवान रुद्रनाथ के दर्शन करते हैं। शीतकाल में कपाट बंद रहने के बाद अब मानवों द्वारा अर्चित भगवान भोलेनाथ रुद्रनाथ के दर्शन होते हैं।