14 अप्रैल को खुलेंगे मद्महेश्वर और तुंगनाथ के कपाट
रुद्रप्रयाग। 14 अप्रैल को बैसाख संक्रांति के पावन पर्व पर ओंकारेश्वर मंदिर में द्वितीय केदार भगवान मद्महेश्वर एवं तृतीय केदार भगवान तुंगनाथ मंदिर के कपाट खोलने के तिथि मार्कण्डेय मंदिर में तय की जाएगी। इसी दिन ओंकारेश्वर मंदिर में मद्महेश्वर भगवान पुष्प रथ में विराजमान होंगे। जिस अवसर पर सैकड़ों भक्त भगवान के दर्शनों के लिए पहुंचते हैं। पूर्व परम्परा के अनुसार वैसाख संक्रांति के दिन दोनों मन्दिरों के कपाट खुलने की तिथि तय की जाती है। इस दिन केदारनाथ के रावल भीमाशंकर लिंग, मंदिर समिति, हकहकूकधारियों व भक्तों की मौजूदगी में पंचांग गणना के आधार पर दिन तय किया जाता है। ओंकारेश्वर मंदिर व मार्कण्डेय मन्दिर में प्रात: आठ बजे से कपाट खोलने का दिन तय करने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। इसके साथ ही दोपहर बाद ओंकारेश्वर मंदिर में भगवान मद्महेश्वर की भोगमूर्ति को गर्भगृह से बाहर लाकर फूल मालाओं से सुसज्जित पुष्परथ में विराजमान किया जाएगा। जिसके बाद मंदिर की परिक्रमा के पश्चात भगवान को पुन: गर्भगृह में विराजमान किया जाता है। इस दौरान भगवान के दर्शनों को पहुंचे सैकड़ों भक्त सुख एवं समृद्धि की कामना करते हैं। मंदिर समिति के कार्याधिकारी रमेश चन्द्र तिवारी ने बताया कि मद्महेश्वर व तुंगनाथ धाम के कपाट खोलने की तिथि 14 अप्रैल को तय की जाएगी जिसके लिए मंदिर समिति ने तैयारियां शुरू कर दी हैं।