विधि-विधान से खुले ग्यारहवें ज्योर्तिलिंग श्री केदारनाथ धाम के कपाट
प्रदेश के मुख्यमंत्री सहित गणमान्य एवं देश-विदेश से आए हजारों श्रद्धालु बने कपाट खुलने के साक्षी
जयन्त प्रतिनिधि।
रूद्रप्रयाग : श्री केदारनाथ धाम के कपाट शुक्रवार को पूरे विधि-विधान के साथ खोल दिए गए। अगले छह माह तक बाबा केदार अपने धाम से श्रद्धालुओं को दर्शन देंगे। मंदिर के जगद्गुरु रावल भीम शंकर लिंग शिवाचार्य, मुख्य पुजारी शिव शंकर लिंग, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, धर्म पत्नी गीता धामी, श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति (बीकेटीसी) अध्यक्ष अजेंद्र अजय, मुख्य कार्याधिकारी योगेंद्र सिंह पुजारी, धर्माचार्य वेदपाठी, केदार सभा के पदाधिकारी तथा जिलाधिकारी डा. सौरभ गहरवार प्रशासन की मौजूदगी में रावल धर्माचार्य एवं पुजारी गणों ने द्वार पूजा, भगवान भैरवनाथ तथा भगवान शिव का आह्वान कर ठीक सुबह सात बजे श्री केदारनाथ मंदिर के कपाट खोले गए।
कपाट खुलने के बाद भगवान केदारनाथ के स्वयंभू शिवलिंग को समाधि रूप से श्रृंगार रूप दिया गया। उसके पश्चात् श्रद्धालुओं ने दर्शन शुरू किए। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने प्रदेश एवं देश की खुशहाली के लिए विशेष पूजा करने के साथ बाबा केदारनाथ का रुद्राभिषेक किया। इसके बाद उन्होंने नंदी महाराज को वस्त्र पहनाकर पूजा-अर्चना कर दर्शन के लिए पहुंचे श्रद्धालुओं से भेंट कर अभिवादन किया। विश्वप्रसिद्ध ग्यारहवें ज्योर्तिलिंग श्री केदारनाथ धाम के कपाट जय बाबा केदारनाथ के उद्घोष तथा सेना के ग्रेनेडियर रेजीमेंट की बैंड की भक्तिमय धुनों के बीच हजारों श्रद्धालु कपाट खुलने के गवाह बने। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मुख्य सेवक दल भंडारा कार्यक्रम समिति द्वारा आयोजित भंडारा एवं अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रमों में शिरकत करते हुए कहा कि आज बहुत शुभ दिन है आज से विधिवत चार धाम यात्रा का शुभारंभ हो गया है। देश-विदेश से श्रद्धालु बाबा केदारनाथ के दर्शन के लिए इस अवसर पर पहुंचे हैं। उन्होंने कहा कि सभी की यात्रा मंगलमय हो और जिस उद्देश्य से श्रद्धालु यात्रा पर आए हैं उनकी मनोकामना बाबा केदारनाथ पूरी करें। उन्होंने कहा कि देश-दुनिया से आ रहे श्रद्धालुओं की यात्रा सुगम, सुव्यवस्थित एवं सरल ढंग से संपादित हो इसके लिए शासन-प्रशासन, पुलिस एवं सुरक्षा बल, तीर्थ पुरोहितों, मंदिर समिति, स्थानीय व्यापरियों, स्वच्छता कर्मचारियों सहित यात्रा से जुड़े हर व्यक्ति का सहयोग जरूरी है। श्रद्धालुओं को कोई परेशानी न हो इसके लिए लगातार सभी स्तर से प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि 2013 की आपदा में हुए नुकसान की भरपाई करने एवं नव निर्माण-पुनर्निर्माण के लिए शासन-प्रशासन द्वारा क्रमबद्ध रूप से लगातार कार्य किए जा रहे हैं, आशा है कि 2024 तक सभी कार्य समय से पूर्ण हो जाएंगे और यात्रा और सुगम होगी। इस अवसर पर हक-हकूकधारी, संस्कृति एवं कला परिषद के उपाध्यक्ष मधु भट्ट, मंदिर समिति सदस्य श्रीनिवास पोस्ती, वीरेंद्र असवाल, कार्याधिकारी आरसी तिवारी, धर्माचार्य औकार शुक्ला, वेदपाठी यशोधर मैठाणी, विश्वमोहन जमलोकी स्वयंबर सेमवाल, प्रदीप सेमवाल, अरविंद शुक्ला, कुलदीप धर्मवाण, देवानंद गैरोला आदि सहित जिला पंचायत अध्यक्ष अमरदेई शाह, आईजी गढ़वाल करण सिंह, पुलिस अधीक्षक विशाखा अशोक भदाणे, उप जिलाधिकारी ऊखीमठ अनिल शुक्ला, जखोली भगत फोनिया सहित हजारों की संख्या में देश-विदेश से पहुंचे श्रद्धालु मौजूद रहे।
तीर्थयात्रियों पर हैलीकाप्टर से की पुष्पवर्षा
इस दौरान मंदिर को 25 क्विंटल से अधिक फूलों से सजाया गया था। साथ ही कपाट खुलते समय तीर्थयात्रियों पर आकाश से हैलीकाप्टर द्वारा फूलवर्षा हुई। तथा श्रद्धालुओं के लिए जगह-जगह भंडारे आयोजित किए गए थे। मुख्य सेवक भंडारा कार्यक्रम समिति ने भी भंडारे आयोजित किए। कपाट खुलने के अवसर पर बीकेटीसी अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने शुभकामनाएं देते हुए कहा कि बीते यात्राकाल में रिकॉर्ड तीर्थ यात्री श्री केदारनाथ धाम पहुंचे इस वर्ष भी श्रद्धालुओं की संख्या में वृद्धि होगी जिसके लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिह धामी के नेतृत्व में प्रदेश सरकार तथा मंदिर समिति यात्री सुविधाओं हेतु प्रतिबद्ध है। बीकेटीसी मीडिया प्रभारी डा. हरीश गौड़ ने बताया गया कि कल शनिवार 11 मई को श्री केदारनाथ धाम में श्री भकुंट भैरव मंदिर के द्वार खुलने के साथ श्री केदारनाथ मंदिर में नित्य प्रति आरतियां एवं संध्याकालीन आरतियां शुरू हो जाएंगी।