शबरी के भावपूर्ण मंचन से दर्शकों की आंखे हुर्ई नम
जयन्त प्रतिनिधि।
पौड़ी : रामलीला मंचन के सातवें दिन रामलीला की शुरुआत मां काली की आरती माता कालिका से हुई। मौके पर रामलीला में भाव नृत्य में पावनी, पीहू, आरुषि, निधि, दिव्यांका और विधि ने शानदार प्रस्तुति दी।
बुधवार शाम को रामलीला में राम शबरी संवाद से लेकर हनुमान राम संवाद, राम सुग्रीव मित्रता, बाली सुग्रीव युद्ध, बाली मरण, तारा विलाप, अंगद का राज तिलक, राम लक्ष्मण संवाद, सुग्रीव लक्ष्मण संवाद, राम का हनुमान को अंगूठी देना और सीता की खोज में हनुमान जी का जाना तक मंचित की गई। बोल बोल कागा मेरे राम कब आएंगे शबरी के भावपूर्ण मंचन से लोगों की आंखे नम हो गई। इससे पूर्व मुख्य अतिथि महेश ढौंडियाल ने रामलीला के आयोजन को महतवपूर्ण बताते हुए एकजुट होकर आयोजन करने पर जोर दिया। शबरी की भूमिका में कशिश थपलियाल के अभिनय की दर्शकों ने प्रशंसा की। हनुमान की भूमिका में पारस, बाली की भूमिका में निखिल रौथान, सुग्रीव मनीष लिंगवाल, तारा की भूमिका में कशिश, अंगद की भूमिका में हिमांशु चौहान ने अपनी शानदार प्रस्तुति दी। इस अवसर पर कर्मचारी नेता सीताराम पोखरियाल, जसपाल रावत, देवेंद्र रावत, कुलदीप गुसाईं, विमल बहुगुणा आदि मौजूद रहे।