नगर पंचायत कीर्तिनगर के अधिशासी अधिकारी ने दी तहरीर
सोशल मीडिया में गौशाला की छवि धूमिल करने का आरोप
सोशल मीडिया में मरी हुई गायों की फोटो की अपलोड
नगर पंचायत का कहना, फोटो का गौशाला से कोई ताल्लुकनहीं
जयन्त प्रतिनिधि।
श्रीनगर। सोशल मीडिया में नगर पंचायत कीर्तिनगर की छवि खराब करने के आरोप में कोतवाली में तहरीर दी गई है। नगर पंचायत प्रशासन का कहना है कि फोटो एडिट कर नगर पंचायत और गौशाला के खिलाफ दुष्प्रचार किया जा रहा है। इससे कर्मचारियों के मनोबल पर बुरा प्रभाव पड रहा है। पिछले कुछ दिन पूर्व फेसबुक पर योगिता रावत नाम की आईडी से डांग रोड पर स्थित गौशाला के संबंध में एक पोस्ट वायरलकी गई थी। इसके बाद इस पोस्ट को कई लोगों ने फेसबुक और व्हाटसएप पर शेयर कर दिया।
नगर पंचायत के अधिशासी अधिकारी वासुदेव डंगवाल ने इस संबंध में कोतवाली कीर्तिनगर में तहरीर दी है। उन्होंने बताया कि 26 मई की रात योगिता रावत ने फेसबुक पर पोस्ट अपलोड की। इसमें कुछ मरी हुई गायों की तस्वीरें थी। जिन्हें नगर पंचायत की ओर से संचालित हो रही गौशाला की बताया गया। पोस्ट में यह भी लिखा है कि नगर पंचायत की गौशाला में बाहर से ताला लगाया गया है। जबकि अंदर कई 14 से 15 गाय मरी हुई हैं और कई गाय मरने वाली हैं। इस पोस्ट को नगर पंचायत कीर्तिनगर की पूर्व अध्यक्ष के एक परिजन सहित कई अन्य लोगों ने वायरल किया है। यह पोस्ट पूरी तरह भ्रामक है। जनता को इससे गलत जानकारी दी जा रही है। उन्होंने बताया कि गौशाला के आसपास एसडीएम, बीडीओ और पशुपालन विभाग के कार्यालय हैं। गौशाला में सीसीटीवी कैमरे में भी लगे हुए हैं। यह गौशाला जनसहयोग से संचालित हो रही है। इसका संचालन का जिम्मा एक संस्था को दिया गया है। सोशल मीडिया में गौशाला और नगर पंचायत की छवि खराब करने के आरोप में उन्होंने पोस्ट अपलोड और शेयर करने वालों के खिलाफ कार्रवाई का अनुरोध किया। इधर, कोतवाल रविंद्र यादव ने बताया कि नगर पंचायत के अधिशासी अधिकारी की तहरीर प्राप्त हुई है। मामले में जांच की जा रही है। जांच के बाद अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।
क्या कहती है नगर पंचायत अध्यक्ष
नगर पंचायत कीर्तिनगर अध्यक्ष कैलाशी जाखी का कहना है कि मरी हुई गायों की फोटो का हमारी गौशाला से कोई संबंध नहीं है। कहीं ओर की फोटो को कीर्तिनगर का बताकर दुष्प्रचार किया जा रहा है। गौशाला में रात में संचालक के कर्मचारी सुरक्षा की दृष्टि से ताला लगाते हैं। पूर्व मेंं यहां सामान चोरी हो चुका है। सीसीटीवी कैमरे लगे हुए हैं, जिनमें सब रिकार्ड होता रहता है।