न्यायालय के आदेश की अवेहलना, नहीं बढ़ा बसों का किराया
गढ़वाल मोटर ओनर्स यूनियन लिमिटेड ने उठाई प्राइवेट स्टेज कैरेज बसों का किराया बढ़ाने की मांग
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : न्यायालय के आदेश के बाद भी प्राइवेट स्टेज कैरेज बसों का किराया नहीं बढ़ने पर गढ़वाल ओनर्स यूनियन लिमिटेड ने रोष व्यक्त है। आरोप है कि न्यायालय ने शासन को बसों का किराया बढ़ाने कि निर्देश दिए थे। बावजूद इसके शासन ने इस ओर गंभीरता नहीं दिखाई। ऐसे में प्राइवेट बस संचालकों को आर्थिक नुकसान झेलना पड़ रहा है।
बुधवार को यूनियन के अध्यक्ष जीत सिंह पटवाल ने मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा। उन्होंने कहा कि वर्तमान में प्राइवेट स्टेज कैरिज बसों का किराया 1.50 प्रति यात्रि/प्रति किलोमीटर है। जबकि, उत्तराखंड परिवहन निगम की बसों का किराया 1.80 प्रति यात्री/प्रति किलोमीटर है। कहा कि रोडवेज व प्राइवेट बसों में एक समाज ही डीजल लगता है। बावजूद इसके भी प्राइवेट बस संचालकों की अनदेखी की जा रही है। कहा कि वर्तमान में डीजल के दाम भी लगातार बढ़ते जा रहे हैं। वैश्विक स्तर में कच्चे तेल की कीमत सौ डॉलर से अधिक हो गई है। कोरोना संक्रमण के बाद से प्राइवेट बस संचालक आर्थिक नुकसान भी झेल रहे हैं। कई बस संचालकों के समक्ष चालक-परिचालकों को वेतन देना भी मुश्किल हो गया है। कहा कि उच्च न्यायालय ने बीते वर्ष डीजल में हो रही बढ़ोत्तरी को देखते हुए राज्य परिवहन प्राधिकरण को आवश्यक निर्देश भी दिए थे। बावजूद समस्या जस की तस बनी हुई है। जीएमओयू ने जल्द किराया नहीं बढ़ने पर स्वयं ही 1.50 प्रति यात्री/प्रति किमी. में रुपये 0.75 प्रति यात्री/प्रति किलोमीटर किराया बढ़ाने की चेतावनी दी है।