भारत में मंकीपक्स के पहले मरीज ने दी बीमारी को मात, स्पेन में दो दिन में दूसरी मौत
नई दिल्ली, एजेंसी। भारत में मंकीपक्स के पहले मरीज ने इस बीमारी को मात देने में सफलता हासिल की है। केरल के इस व्यक्ति का इलाज सरकारी मेडिकल कलेज में किया जा रहा था। केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जर्ज ने शनिवार को इस बारे में ट्वीट करके जानकारी दी। वहीं स्पेन में मंकीपक्स से एक और व्यक्ति की मौत हो गई। पिछले दो दिनों में मंकीपक्स से मौत का यह दूसरा मामला है। वहां स्वास्थ्य मंत्रालय ने शनिवार को यह जानकारी दी। मंत्रालय ने मृतकों के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं दी है। इस वायरस से पहली मौत का मामला शुक्रवार को सामने आया था।
गौरतलब है कि मई से दुनिया के करीब 80 देशों में मंकीपक्स के 21,000 से ज्यादा मामले आ चुके हैं। अफ्रीका में इस वायरस से 75 लोगों की मौत हुई है, जिनमें से ज्यादातर मौतें नाइजीरिया और कांगो में हुई। ब्राजील में भी मंकीपक्स से एक व्यक्ति की मौत की सूचना मिली है। स्पेन के स्वास्थ्य मंत्रालय ने शुक्रवार को बताया कि देश में इस वायरस से अब तक 4,298 लोग संक्रमित हो चुके हैं, जिनमें से करीब 3,500 पुरुष ऐसे हैं, जिन्होंने अन्य पुरुषों के साथ यौन संबंध बनाए। संक्रमितों में केवल 64 महिलाएं हैं। मंत्रालय ने बताया कि मंकीपक्स से संक्रमित 120 लोगों को अब तक अस्पताल में भर्ती कराया जा चुका है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि यूरोपीय संघ के संयुक्त टीका कार्यक्रम के तहत देश को टीके की 5300 खुराक मिल चुकी है।
वहीं केरल में कोल्लम जिले के स्थानीय निवासी 35 वर्षीय इस मरीज को अस्पताल से छोड़ दिया गया। यह देश का पहला मंकीपक्स का केस था। एनआईवी के निर्देशों के मुताबिक 72 घंटों के अंतराल में दो बार टेस्ट किया गया था। स्वास्थ्य मंत्री के मुताबिक दोनों ही बार उसकी टेस्ट रिपोर्ट निगेटिव आई थी। अब यह मरीज शारीरिक और मानसिक तौर पर खुद को पूरी तरह से स्वस्थ महसूस कर रहा था। उसके हाथ पर जो निशान पड़े थे वह भी पूरी तरह से ठीक हो चुके थे। मंत्री ने बताया कि उसके प्राइमरी कांटैक्ट लिस्ट में शामिल परिजनों की रिपोर्ट भी पूरी तरह से निगेटिव आई थी।