देहरादून। एसटीएफ ने प्रतिष्ठित दवा कंपनियों के नाम से नकली दवाई बनाने वाले गिरोह के सरगना को शुक्रवार को राजस्थान से गिरफ्तार किया है। आरोपी देहरादून में नकली बॉक्स, लेबल और क्यूआर कोड बनवाता था। मामले में एक आरोपी पूर्व में सेलाकुई से गिरफ्तार किया गया था। एसटीएफ के एसएसपी नवनीत भुल्लर ने शनिवार को हुई प्रेसवार्ता में इसका खुलासा किया। उन्होंने कहा कि देश में नकली दवाइयों को बेचे जाने की शिकायत मिल रही थी। एसटीएफ को सूचना मिली थी कि एक गिरोह उत्तराखंड, राजस्थान, हरियाणा, हिमाचल, चंडीगढ़ आदि राज्यों में नकली दवाईयां तैयार कराकर बाजार में प्रतिष्ठित कंपनियों के नाम पर बेच रहा है। इस क्रम में एसटीएफ ने एक आरोपी को संतोष कुमार को पूर्व में सेलाकुई से गिरफ्तार किया था। उसके पास प्रतिष्ठित कंपनियों की दवाओं के नकली आउटर बॉक्स, लेबल और क्यूआर कोड मिले थे। आरोपी ने पूछताछ में बताया था कि उसने यह सामग्री अक्षय नाम के व्यक्ति के कहने पर तैयार की, जिन्हें वो भिवाड़ी राजस्थान भेजने वाला था। संतोष की गिरफ्तारी के बाद अक्षय लगातार फरार चल रहा था। काफी जांच करने के बाद पता चला कि अक्षय नाम का कोई व्यक्ति नहीं है, बल्कि मुख्य आरोपी नवीन बसंल पुत्र महावीर प्रसाद बसंल निवासी आशियाना ग्रीन मिवाड़ी राजस्थान है। जिसके नाम पर कई दवाइयों की फर्म रजिस्टर्ड हैं। एसटीएफ ने शुक्रवार को काफी तलाश करने के बाद आरोपी को आशियाना गार्डन भिवाड़ी राजस्थान से गिरफ्तार किया।