लाडली के नाम से होगी घर की पहचान
रुद्रपुर। ऊधमसिंह नगर की शहरी क्षेत्र की स्लम बस्तियों में अब घर की पहचान लाडली के नाम से होगी। इसे महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास विभाग बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान के तहत इस मुहिम की शुरुआत नये साल से करने जा रहा है। शुरुआती चरण में करीब 1300 नेम प्लेट लगायी जाएंगी। इसके बाद इसकी संख्या में बढ़ोतरी की जाएगी। अभियान के लिए शासन से बाल विकास विभाग को करीब 15 लाख रुपये का बजट शासन से स्वीत हो चुका है।
घर की पहचान लाडली के नाम योजना को बाल विकास विभाग से स्वीति मिल गयी है। अब घर की बेटी का नाम घर के बाहर लगने वाली नेमप्लेट में मुख्य नाम के स्थान पर लगेगा। इससे आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों की बेटियों को सम्मान मिलेगा। इसके लिए विभाग के साथ प्रशासन तैयारी में जुट गया है। जिलाधिकारी और मुख्य विकास अधिकारी से इसकी स्वीति मिल गई है। बाल विकास विभाग के अधिकारियों के अनुसार नेमप्लेट को सांस्तिक विरासत के रूप में ढाला जा रहा है। नेमप्लेट को ऐपन शैली में सजाया जाएगा। इससे बेटियों को एक अलग पहचान मिलेगी। उनके अभिभावकों को इससे काफी हौंसला मिलेगा। ये बेटियां एक से छह साल तक की भी हो सकती हैं।
619 बेटियों को दिए जाएंगे स्वेटररू महिला सशक्तिकरण और बाल विकास विभाग की ओर से जिले में आर्थिक रूप से कमजोर कक्षा 9, कक्षा 10, कक्षा 11 और कक्षा 12 की पढ़ाई करने वाली छात्राओं को स्वेटर दी जाएगी। इसके लिए विभाग की ओर से अब तक 619 छात्राओं को चिह्नित कर लिया गया है। जल्द ही छात्राओं को यह स्वेटर वितरित किये जाएंगे।
जिले में शहरी क्षेत्र की स्लम बस्तियों में अब घर की पहचान लाडली के नाम से होगी। इसमें बेटी का नाम घर के बाहर लगने वाली नेमप्लेट में मुख्य नाम के स्थान पर होगा। इसके लिए शुरुआती चरण में 1300 नेमप्लेट तैयार की जा रही है। ये नेमप्लेट उत्तराखंड की सांस्तिक विरासत ऐपन शैली में होगी। -उदय प्रताप सिंह, जिला कार्यक्रम अधिकारी, ऊधमसिंह नगर।