छह अप्रैल को नए मंदिर में विराजमान होगी धारी देवी की मूर्ति
श्रीनगर गढ़वाल। सिद्घपीठ मां धारी देवी की मूर्ति आगामी छह अप्रैल को नए मंदिर में शिफ्ट होगी। चार धाम यात्रा की रक्षक माने जाने वाली सिद्घ पीठ धारी देवी की मूर्ति को विधि विधान से नए मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा के साथ मूल स्थान के ठीक ऊपर शिफ्ट की जाएगी। जीवीके कंपनी द्वारा धारी देवी मंदिर का नया स्वरूप कत्यूरी शैली में बनाया गया है। आपदा के लगभग 8 साल बाद धारी देवी को नया मंदिर मिलेगा। इससे श्रद्घालुओं को भी पूजा पाठ करने में सुविधाएं मिलेंगी। गुरुवार को धारी देवी मंदिर प्रांगण में बद्री केदार मंदिर समिति के धर्माधिकारी भुवन चंद्र उनियाल की अध्यक्षता में बैठक आहुत की गई। जिसमें धारी देवी की मूर्ति को शिफ्ट करने का मुहूर्त निकाला गया। अप्रैल माह के नवरात्रों में 6 तारीख को मां धारी देवी की मूर्ति प्रात: 3रू33 बजे से 7 बजे की बीच पूरे विधि विधान प्राण प्रतिष्ठा के साथ उनके मूल के ठीक ऊपर बने नव मंदिर में स्थापित की जाएगी। बैठक में मंदिर के पुजारी लक्ष्मी प्रसाद पांडेय ने बताया कि बैठक में निर्णय लिया गया कि नवरात्र के मौके पर छह अप्रैल को धारी देवी की मूर्ति नये मंदिर में शिफ्ट कर दी जाएगी। इस मौके पर देवी के भक्त और मंदिर निर्माण के लिए संघर्षरत दीपक उनियाल ने कहा कि नए मंदिर में धारी देवी की मूर्ति शिफ्ट होने से श्रद्घालुओं के साथ ही पुजारियों को सुविधा मिलेगी। उन्होंने मंदिर निर्माण में जल्द कार्रवाई किए जाने पर निर्माण दाई संस्था का भी आभार प्रकट किया। धारी की देवी मंदिर को जीवीके कंपनी द्वारा भव्य स्वरूप दिया गया है। मंदिर में तमाम व्यवस्थाएं दर्शनार्थियों के लिए किए गए हैं। अप्रैल माह में मंदिर नया मंदिर में शिफ्ट होने से भक्तों को सुविधा तो मिलेगी ही साथ ही नये मंदिर में विराजमान धारी देवी का मंदिर दर्शनार्थियों के लिए नये लुक में बेहतर पंसद आयेगा।