राम वनवास के प्रसंग ने भक्तों की आंखें की नम
श्रीनगर गढ़वाल : नगर क्षेत्र के गणेश बाजार में स्थित गणेश मंदिर में चल रही राम कथा के पांचवें दिन प्रभु राम के वनवास का प्रसंग सुनाया गया। कथा वाचक मधुसुदन घिल्ड़ियाल ने कहा कि कैकई द्वारा राजा दशरथ से भरत को अयोध्या का राजतिलक व श्रीराम को वनवास भेजने का वचन मांगा गया था। बताया कि वनवास मांगने की वजह त्रेता युग में प्रथा थी कि जो राजा 14 वर्ष तक राजगद्दी में ना बैठ पाए उसका फिर राजगद्दी पर बैठने का हक खत्म हो जाएगा। सामाजिक कार्यकर्ता राजेंद्र प्रसाद बथ्र्वाल ने कहा कि श्रीनगर में रामलीला के 125 साल पूरे होने पर श्रीराम कथा का आयोजन होना बड़े हर्ष का विषय है। इस मौके पर रामकिशन पांडेय, प्रभात पांडेय, दिनेश असवाल, राजेंद्र कैंतुरा, गोपाल, नवीन, अमन, चांदना, मुकेश, नमन, हरीश, जितेंद्र, पवन, पारस, प्रदीप, उमा, अलका, पूजा, रामेश्वरी, रेखा, सुषमा बर्थवाल आदि मौजूद थे। (एजेंसी)