उत्तरकाशी : रवांई शरदोत्सव मेले की अंतिम सांस्कृतिक संध्या पांडवाज के कलाकारों के नाम रही। कलाकारों ने अपने एक से बढ़ कर एक रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों से मेले में धूम मचा दी। बड़ी बेसबरी से इस स्टार नाइट की इंजारी कर रहे हजारों की संख्या में दर्शक यहां पहुंचे और देर रात तक पांडवाज के कलाकरों की प्रस्तुतियों पर जमकर झूमे। बड़कोट स्थित हैलीपेड में आयोजित रवांई शरदोत्सव की अंतिम सांस्कृतिक संध्या में पांडवाज बैंड ने गढ़वाली, कुमाउनी, जागर, पांडव नृत्य आदि विभिन्न विधाओं पर आधारित लोक गीतों से रवांई के जनमानस पर गहरी छाप छोड़ी। नगर पालिका बड़कोट के तत्वाधान में आयोजित सात दिवसीय रवांई शरदोत्सव सांस्कृतिक, पर्यटन विकास मेले की अंतिम सांस्कृतिक संध्या का बुधवार को बतौर मुख्यातिथि मुनिकीरेती नगर पालिका अध्यक्ष नीलम बिजल्वाण ने दीप प्रज्वलित कर शुभारंभ किया।
रवांई शरदोत्सव मेले को विशाल एवं भव्य स्वरूप देने के लिए उन्होंने विनोद डोभाल नगर पालिका अध्यक्ष बड़कोट को बधाई और शुभकामनाएं दीं। कार्यक्रम में नगर पालिका अध्यक्ष विनोद डोभाल एवं नगर पालिका सभाषदों व कर्मचारियों द्वारा मेले में पहुंचे सभी अतिथियों को बैज अलंकरण कर शॉल ओढ़कर स्मृति चिन्ह भेंट कर स्वागत किया। विनोद डोभाल ने मेले को शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराने में सहयोग के लिए सभी का धन्यवाद ज्ञापित किया। उन्होंने कहा कि रवांई शरदोत्सव की सांस्कृतिक संध्या का समापन हो गया है। लेकिन, मेले में सामान की खरीदारी क्षेत्रवासी रविवार तक कर सकते हैं। इस मौके पर यमुनोत्री विधायक संजय डोभाल, बड़कोट पालिकाध्यक्ष विनोद डोभाल, मुनिकीरेती पालिकाध्यक्ष नीलम बिजल्वाण, ब्लॉक प्रमुख सरोज पंवार, अजबीन पंवार, चिन्यालीसौड़ पालिकाध्यक्ष मनोज कोहली, माध्यमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष अवतार चौहान, दया गैरोला, जयदेव राणा, सोहन गैरोला, प्रेम सिंह रावत, जोगेंद्र चौहान सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे। (एजेंसी)