केदारनाथ धाम आये श्रद्घालु का खोया हुआ पर्स ढूढकर लौटाया
रुद्रप्रयाग। केदारनाथ धाम यात्रा पर आये श्रद्घालु प्रदीप ठाकुर जो कि ठाणे, मुम्बई से आये थे, उनका पर्स मन्दिर परिसर में खो गया था, इनके द्वारा अपने स्तर से पर्स को ढूंढने का काफी प्रयास किया गया था, पर नहीं मिल पाया था। इनके द्वारा अपने परेशानी ड्यूटी पर तैनात पुलिस कार्मिकों को बतायी गयी। मन्दिर परिसर में ड्यूटी पर तैनात मुख्य आरक्षी प्रशिक्षु हेमचंद मठपाल ने उक्त पर्स को ढूंढकर श्रद्घालु को लौटाया। श्रद्घालु के इस पर्स में कुल 12500 रूपये और जरूरी कागजात आधार, पैनकार्ड, डीएल थे, अपना पर्स सकुशल वापस पाकर श्रद्घालु ने उत्तराखण्ड पुलिस का आभार प्रकट किया गया। जनपद रुद्रप्रयाग पुलिस का ष्अपरेशन मुस्कानष् केदारनाथ धाम पहुंचे श्रद्घालुओं के चेहरों पर मुस्कुराहट ला रहा है।
खोया हुआ मोबाइल ढूंढकर किया वापस
केदारनाथ धाम आये श्रद्घालु देवानन्द मोहन्ती, निवासी पुरी, उड़ीसा का मोबाइल फोन खो गया था, इनके द्वारा अपनी परेशानी ड्यूटी पर तैनात पुलिस कार्मिकों को दी गयी। मुख्य आरक्षी प्रशिक्षु हेमचंद मठपाल ने अपने स्तर से किये गये प्रयासों के बाद उक्त खोये हुए फोन को ढूंढकर श्रद्घालु को वापस किया गया। श्रद्घालु ने अपना फोन वापस पाकर उत्तराखण्ड पुलिस का आभार प्रकट किया गया। जनपद रुद्रप्रयाग पुलिस का ष्अपरेशन मुस्कानष् केदारनाथ धाम पहुंचे श्रद्घालुओं के चेहरों पर मुस्कुराहट ला रहा है।
पुलिस ने खोये पर्स सहित 30000 की धनराशि लौटायी वापस
केदारनाथ धाम यात्रा पर आन्ध्र प्रदेश से आयी के0 लक्ष्मी जी जिनका कि पर्स मन्दिर परिसर में कहीं खो गया था, उनके द्वारा बताया गया कि उनके पर्स में उनके लाये हुए नगद 30000 रुपये व उनके जरूरी कागजात हैं, काफी प्रयास करने पर भी उनको उनका पर्स नहीं मिल रहा है। उनकी इस समस्या को सुनकर आरक्षी मोहन सिंह बोहरा ने अपने स्तर से ढूंढखोज की व स्थानीय दुकानदारों व यात्रियों से भी पर्स के बारे में पूछा गया। अपने स्तर से ढूंढखोज करते हुए उनको मन्दिर परिसर के पास लगी बैंच में रखा गुलाबी रंग का थैलानुमा बैग दिखा। उसे उठाकर लाने पर श्रद्घालु को दिखाने पर उनके अंखों में चमक आ गयी, क्योंकि वह यही बैग था, जिसे कि वे पर्स बता रही थीं। इनके द्वारा अपना पर्स सकुशल वापस पाकर भावुक होकर पुलिस कार्मिक मोहन सिंह बोहरा का आभार प्रकट किया गया। अपना पर्स वापस पाकर ये पुलिस कार्मिकों को ढेर सारा आशीर्वाद देकर अपने गन्तव्य के लिए रवाना हुई।