उद्घव ठाकरे और शरद पवार के बीच बैठक खत्म, दो घंटे चला मंथन
नई दिल्ली, एजेसंी। मातोश्री में सीएम उद्घव ठाकरे और एनसीपी प्रमुख शरद और अजीत पवार के बीच बैठक खत्म हो गई है। बताया जा रहा है कि कोरोना के चलते उद्घव ने वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिए बैठक में हिस्सा लिया। करीब दो घंटे मंथन चला। इस बैठक में संजय राउत समेत कई शिवसेना नेताओ ने भी हिस्सा लिया था।
मीडिया रिपोर्ट्स हैं कि शिवसेना ने महाराष्ट्र में सियासी संकट के बीच कल दोपहर एक बजे बड़ी बैठक बुलाई है। इस बैठक में राष्ट्रीय कार्यकारिणी को उपस्थित रहने के लिए कहा गया है। बताया जा रहा है कि उद्घव ठाकरे शिंदे की बगावत के बाद कुनबे को एकजुट करने में जुटे हैं। सीएम उद्घव कोरोना के चलते इस बैठक में वीडियो कांफ्रेंसिग के जरिए उपस्थित रहेंगे।
शिवसेना के तीन और विधायक बुधवार रात गुवाहाटी में विद्रोही खेमे में शामिल हो गए थे। सदा सर्वंकर का दलबदल इस बात का संकेत है कि कि शिवसेना नेतृत्व के खिलाफ नाराजगी कितनी गहरी है। सर्वंकर प्रतिष्ठित माहिम निर्वाचन क्षेत्र से विधायक हैं। यह सीट शिवसेना के लिए बेहद खास है। दरअसल माहिम निर्वाचन क्षेत्र के अंतर्गत शिवसेना भवन और शिवाजी पार्क भी आते हैं जहां बाला ठाकरे ने शिवसेना की स्थापना की थी।
जानकारी मिली है कि मातोश्री में उद्घव ठाकरे और शरद पवार के बीच बैठक लगातार जारी है। इस बीच संजय राउत समेत शिवसेना के कई बड़े नेता भी मातोश्री पहुंच चुके हैं। वहीं, मातोश्री के बाहर बड़ी संख्या में शिवसैनिक जमा हैं। वे शक्ति प्रदर्शन करते हुए सीएम उद्घव ठाकरे को अपना समर्थन दे रहे हैं।
मातोश्री के अंदर उद्घव ठाकरे और शरद पवार के बीच बैठक के दौरान शरद पवार उन्हें इस्तीफे की सलाह दे सकते हैं। एनसीपी नेता ने कहा है कि शिंदे गुट के पास बहुमत है। ऐसे में मामला ज्यादा खिंचा तो एमवीए सरकार संकट में आ जाएगी। इसी क्रम में कल शिवसेना ने राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक बुलाई है। उद्घव ठाकरे और शरद पवार के बीच बैठक चल रही है तो दूसरी ओर मातोश्री के बाहर शिवसैनिक ढोल-नगाड़ों के साथ जमे हुए हैं। बड़ी संख्या में शिवसैनिक उद्घव को सपोर्ट दिखाने के लिए जमा हुए हैं।
महाराष्ट्र में जारी राजनीतिक संग्राम के बीच शिवसेना के कार्यकर्ता बड़ी संख्या में सड़कों पर उतरने को तैयार हैं। महाराष्ट्र पुलिस ने इस संबंध में सभी पुलिस स्टेशनों को हाई अलर्ट पर रहने को कहा है।
सीएम उद्घव ठाकरे और एनसीपी प्रमुख शरद पवार के बीच मातोश्री में बैठक जारी है। सूत्रों के अनुसार, एनसीपी का कहना है कि शिंदे गुट के पास बहुमत है। मामला लंबा खींचने पर महा विकास अघाड़ी सरकार को संकट हो सकता है। विधानसभा में परीक्षण तक की नौबत आ सकती है। एनसीपी ने मामला बढ़ने पर हालात को स्वीकार करने के लिए कहा है।
शिवसेना के बागी विधायकों के खिलाफ महाराष्ट्र में शिवसैनिकों का गुस्सा फूट रहा है। मुंबई में बागी विधायक दिलीप लांडे के पोस्टर पर उनकी तस्वीर पर स्याही पोती गई है। लांडे इस वक्त गुवाहाटी में शिंदे गुट के साथ डेरा जमाए हुए हैं।
एनसीपी प्रमुख शरद पवार, डिप्टी सीएम अजीत पवार, राज्य के कैबिनेट मंत्री जयंत पाटिल और पार्टी नेता प्रफुल्ल पटेल मुंबई में मातोश्री (ठाकरे निवास) पहुंच चुके हैं। महाराष्ट्र में मचे सियासी घमासान पर सीएम उद्घव ठाकरे के साथ मंथन शुरू हो गया है।
सूत्र बताते हैं कि शिवसेना 16 बागी विधायकों के खिलाफ डिप्टी स्पीकर के पास अयोग्य घोषित करने की मांग हो चुकी है। इस दांव से शिवसेना शिंदे गुट को मात दे सकती है। कैसे, खबर पूरी पढ़ने के लिए क्लिक करें
उद्घव ठाकरे और एकनाथ शिंदे के बीच की जंग अब बेटों पर आ गई है। उद्घव ठाकरे ने शुक्रवार को पार्टी के नेताओं को संबोधित करते हुए एकनाथ शिंदे पर सीधा हमला बोला।
एकनाथ शिंदे ने साबित कर किया कि वो महाराष्ट्र की राजनीति के बड़े खिलाड़ी हैं। यही वजह है कि उनके पास शिवसेना के ही करीब 40 विधायकों का समर्थन हासिल है। हालांकि बहुत कम लोग जानते हैं कि एक वक्त ऐसा था, जब एकनाथ शिंदे राजनीति ही छोड़ने जा रहे थे।