मन व्यथित था, कर्तव्य यहां लाया : मोरबी हादसे पर भावुक हुए पीएम मोदी, बनासकांठा में परियोजना की नींव रखी
बनासकांठा । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को बनासकांठा के थराड़ जिले में कई योजनाओं की नींव रखने पहुंचे। मोरबी में हुए हादसे को लेकर पीएम मोदी यहां संबोधन के दौरान काफी भावुक दिखाई दिए। पीएम ने कहा कि वे इस बात को लेकर असमंजस में थे कि वह इस प्रोजेक्ट की लन्चिंग के कार्यक्रम में शामिल हों या न हों। पीएम ने कहा कि वे यहां के लोगों के प्यार की वजह से हिम्मत जुटाकर कार्यक्रम में आए। अपने भाषण के दौरान पीएम कई बार बीच में ही रुक गए।
पीएम ने गुजराती में कहा, मोरबी में भयंकर पीड़ादायक हादसा हुआ। इस दौरान मोदी की आवाज भारी हो गई और वे काफी भावुक दिखाई दिए। पीएम ने कहा, ष्मन बहुत व्यथित है। मैं दुविधा में था कि विकास के कार्यक्रम जो हैं, उन्हें करुं कि न करुं। बनासकांठा के लिए ये कार्यक्रम जरूरी हैं। लेकिन आपके प्रेम और सेवाभाव और हमारे कर्तव्य निभाने के संस्कार की वजह से मैं मन मजबूत कर के आपके वास्ते यहां आ गया। बनासकांठा मतलब पूरा उत्तर गुजरात।
पीएम ने कहा, आज गुजरात शोक में डूबा है। पूरा देश मोरबी की घटना से आज दुखी है। जो दुर्घटना हुई, उस दुख की घड़ी में आप सबकी संवेदनाएं पीड़ित परिवारों के साथ हैं। भूपेंद्र भाई पटेल की सरकार ने पूरी ताकत के साथ राहत-बचाव कार्य में झोंक दिया। सीएम सीधा केवड़िया से मोरबी पहुंचे और राहत-बचाव कार्य की कमान संभाल ली। सरकार के मंत्री और अधिकारी भी आपदा के समय में कंधे से कंधा मिलाकर काम कर रहे थे।
पीएम ने कहा कि हमने एनडीआरएफ के साथ नौसेना, वायुसेना को भी बचाव कार्यों में लगा दिया। इस विकट परिस्थिति में सरकार ने कोई कोर-कसर बाकी नहीं रहने दी। मोदी ने कहा कि जो पीड़ादायक घटना हुई है, उसके पीड़ितों की मदद में भी कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी।